घटना स्थल सुल्तानगढ़ से सत्येंद्र उपाध्याय। सुल्तानगढ़ जलप्रपात स्थल पर आई अचानक बाढ़ में फंसे 40 पर्यटकों को बचाने के लिए रेस्क्यू आॅपरेशन से तो शुरू हो गया है परंतु पुराने पारंपरिक तरीकों को उपयोग किया जा रहा है। गोताखोरों को उतारा गया था परंतु वो 40 पर्यटकों को बाढ़ के पानी में निकालने की क्षमता नहीं रखते। अब रस्सों के सहारे उन्हे निकालने की कोशिश की जा रही है। ऐसे हालात में सामान्यत: सेना बुला ली जाती है। हेलीकॉप्टर की मदद भी ली जा सकती थी परंतु समाचार लिखे जाने तक ऐसा कुछ नहीं है।
पहला रेस्क्यू बिफल, मरते मरते बचा पर्यटक
कलेक्टर शिवपुरी मौके पर नहीं हैं। एसपी शिवपुरी राजेश हिंगणकर सबसे पहले मौके पर पहुंचे। ग्वालियर एसपी नवनीत भसीन भी आ गए हैं। पुलिस बल मौके पर पहुंच गया है। रेस्क्यू आॅपरेशन शुरू कर दिया गया परंतु पहला प्रयास बिफल हो गया। पुलिस ने एक रस्सा बाढ़ में फंसे हुए पर्यटकों तक पहुंचा दिया। उसे किनारे पर बांध दिया गया है। कोशिश की जा रही है कि इस रस्से के सहारे पर्यटक किनारे तक आ जाएं। बाढ़ में फंसे एक युवक ने पहली कोशिश की परंतु बाढ़ के पानी का बहाव इतना तेज है कि वो अचानक बहने लगा। फंसे हुए दूसरे पर्यटकों ने उसे पकड़कर खींच लिया।
ज्यादातर पर्यटक ग्वालियर के
बताया जा रहा है कि बाढ़ में फंसे ज्यादातर पर्यटक ग्वालियर जिले के हैं। वो स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मिली छुट्टी का आनंद उठाने के लिए यहां आए थे। बताया जा रहा है कि यहां ग्वालियर घाटीगांव के कई बरसाती नालों का पानी आता है। यहां पर लगातार बारिश हो रही है।
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