भोपाल। मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार ने शनिवार 04 अगस्त को आयोजित विभिन्न रोजगार मेलों में बेरोजगारों को करीब 3 लाख नौकरियां दिलाने का ऐलान किया था लेकिन शिवराज सिंह के रोजगार मेले पर बड़ा दाग राजगढ़ जिले में लग गया। यहां हजारों बेरोजगार तो आए परंतु नौकरी देने के लिए एक भी कंपनी नहीं आई। उल्टा सीईओ जिला पंचायत ने यहां एक गधा बंधवा दिया। शुरूआत में तो लोगों ने इसे मजाक में लिया फिर हंगामा शुरू हो गया।
दिनभर भूखे-प्यासे भटकते रहे बेरोजगार
बता दें कि राजगढ़ में रोजगार मेले के नाम पर हजारों युवाओं को बुलाया गया था। कहा गया था कि तत्काल नौकरी मिलेगी लेकिन शाम तक एक भी कंपनी या नौकरी देने वाली कोई भी एजेंसी यहां नहीं पहुंची। बेचारे युवा दिनभर भूखे-प्यासे भटकते रहे। मजेदार बात तो यह है कि सीएम शिवराज सिंह ने इस मेले में अपनी सफलताएं गिनाने के लिए दर्जनों नेता भेजे थे। विधायक-सासंद भी मंच पर मौजूद थे परंतु नौकरियां क्यों नहीं मिलीं, इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं था।
गधे पर लिखा था 'आपमें और मुझमें क्या अंतर है'
इसके बाद रही-सही कसर जिला पंचायत सीईओ ऋषभ गुप्ता ने पूरी कर दी। उन्होंने आयोजन स्थल एक गधा बंधवा दिया। गधे के ऊपर एक बैनर भी बांधा गया था। बैनर पर लिखा था कि अगर आप खुले में शौच करते हैं तो आपमें और मुझमें क्या अंतर हैं। सम्मेलन पहुंचे लोग पहले तो इसे देख हंसते रहे लेकिन जैसे बात फैली हंगामा हो गया। मंच पर पहुंचे विधायक-सासंद ने सीईओ को फटकार लगाई।
5000 नौकरियां बंटनी थीं आज
कलेक्टर राजगढ़ श्री कर्मवीर शर्मा की तरफ से प्रेस रिलीज जारी करके बताया गया था कि रोजगार मेले में प्रारंभिक रूप से चयनित आवेदकों को नियुक्ति पत्र (लेटर ऑफ इन्टेंट) प्रदाय किए जाएंगे। इस सम्मेलन में लगभग 5000 हितग्राहियों को लाभांवित करने का लक्ष्य है। सम्मेलन में सभी विभाग केन्द्र एवं राज्य शासन की स्वरोजगार योजनाओं के अंतर्गत विभाग द्वारा सीधे लाभ प्राप्त एवं बैंकों के माध्यम से ऋण स्वीकृति एवं वितरण पत्र हितग्राहियों को वितरित करेंगे।
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com
दिनभर भूखे-प्यासे भटकते रहे बेरोजगार
बता दें कि राजगढ़ में रोजगार मेले के नाम पर हजारों युवाओं को बुलाया गया था। कहा गया था कि तत्काल नौकरी मिलेगी लेकिन शाम तक एक भी कंपनी या नौकरी देने वाली कोई भी एजेंसी यहां नहीं पहुंची। बेचारे युवा दिनभर भूखे-प्यासे भटकते रहे। मजेदार बात तो यह है कि सीएम शिवराज सिंह ने इस मेले में अपनी सफलताएं गिनाने के लिए दर्जनों नेता भेजे थे। विधायक-सासंद भी मंच पर मौजूद थे परंतु नौकरियां क्यों नहीं मिलीं, इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं था।
गधे पर लिखा था 'आपमें और मुझमें क्या अंतर है'
इसके बाद रही-सही कसर जिला पंचायत सीईओ ऋषभ गुप्ता ने पूरी कर दी। उन्होंने आयोजन स्थल एक गधा बंधवा दिया। गधे के ऊपर एक बैनर भी बांधा गया था। बैनर पर लिखा था कि अगर आप खुले में शौच करते हैं तो आपमें और मुझमें क्या अंतर हैं। सम्मेलन पहुंचे लोग पहले तो इसे देख हंसते रहे लेकिन जैसे बात फैली हंगामा हो गया। मंच पर पहुंचे विधायक-सासंद ने सीईओ को फटकार लगाई।
5000 नौकरियां बंटनी थीं आज
कलेक्टर राजगढ़ श्री कर्मवीर शर्मा की तरफ से प्रेस रिलीज जारी करके बताया गया था कि रोजगार मेले में प्रारंभिक रूप से चयनित आवेदकों को नियुक्ति पत्र (लेटर ऑफ इन्टेंट) प्रदाय किए जाएंगे। इस सम्मेलन में लगभग 5000 हितग्राहियों को लाभांवित करने का लक्ष्य है। सम्मेलन में सभी विभाग केन्द्र एवं राज्य शासन की स्वरोजगार योजनाओं के अंतर्गत विभाग द्वारा सीधे लाभ प्राप्त एवं बैंकों के माध्यम से ऋण स्वीकृति एवं वितरण पत्र हितग्राहियों को वितरित करेंगे।
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com