छतरपुर। छतरपुर में कलेक्टर रमेश भंडारी द्वारा छात्राओं को डांटने और अपमानित करने का मामला सामने आया है। जिससे छात्राएं भावुक हो रो पड़ीं। मामला जिला मुख्यालय छतरपुर स्थित बाबूराम चतुर्वेदी स्टेडियम का है जहां 15 अगस्त पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम के रिहर्सल की तैयारी चल रही थी इसी दौरान कलेक्टर ने छात्रों के प्रदर्शन और गाने के बोल पर आपत्ति दर्ज कराते हुए सभी को डांट लगाई। छात्राओं की मानें तो कलेक्टर साहब ने हमें गांव के गंवार बच्चे करार देकर डांट डपट दिया और हमारे प्रोग्राम को कैंसिल कर दिया।
छात्राओं और उनके टीचर की मानें तो कार्यक्रम में सब कुछ ठीक था पर गाने के बोल (सूखा, किसान आत्महत्या, मौजूदा हालात सच्चाई को लेकर थे जो उन्हें सरकार विरोधी लगे जिस पर उन्होनें बच्चियों सहित सभी को कड़ी फटकार लगाई। जिससे सभी बच्चियाँ रो पड़ीं। मामले के बाद से छात्राओं का मन आहत है वह कलेक्टर के खिलाफ खुलकर बोल रहीं हैं।
उनका कहना है कि गाना सच्चाई पर था। क्या कर सकते हैं और गाने का चयन कोर कमेटी ने किया था हमनें नहीं। हम बच्चों के साथ कलेक्टर साहब ने अच्छा नहीं किया। वहीं इस मामले में कलेक्टर रमेश भंडारी ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
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15 अगस्त, पर इस वर्ष छतरपुर में बालिकाओं द्वारा गाये जाने वाला समूह गान कलेक्टर ने रोका,सांस्कृतिक समिति ने इस गान को उचित माना था बच्चे कई दिनों से कर रहे थे प्रेक्टिस,गान में किसानों की आत्महत्या का जिक्र आने पर रोका गान..लगता है चापलूस अफसरशाही लोकतंत्र को बेचकर ही दम लेगी ! pic.twitter.com/NhgRJGuBEI— KK Mishra (@KKMishraINC) August 13, 2018