भोपाल। विदिशा कांड की जांच के लिए प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने एक कमेठी का गठन किया है। इसमें पीसी शर्मा और साजिश अली को जांच अधिकारी बनाया गया है। ये दोनों विदिशा मामले की जांच करेंगे एवं दोषियों का पता लगाकर प्रतिवेदन सौंपेंगे। बता दें कि प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया की मौजूदगी में यहां कुछ नेता आपस में भिड़ गए थे। याद दिला दें कि विदिशा, सीएम शिवराज सिंह का गढ़ है। कहते हैं कि यहां फूल छाप कांग्रेसी काफी संख्या में रहते हैं।
प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया विदिशा में कांग्रेस कार्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे थे। उसी दौरान किसी बात को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गए थे। कार्यकर्ताओं ने खुलकर गाली-गलौज की थी और फिर झूमा झटकी पर आमादा हो गए थे। कुछ कार्यकर्ताओं ने बीच-बचाव करने की कोशिश भी की, लेकिन हर कोशिश नाकाम हुई।
विदिशा से पहले रीवा में भी कांग्रेस कार्यकर्ता बदसुलुकी कर चुके हैं लेकिन वहां दीपक बावरिया ही इसके शिकार हो गए थे। मामला ये था कि पत्रकारों के पूछने पर बावरिया ने कह दिया था कि मध्य प्रदेश में सीएम पद के दो ही चेहरे हैं। एक कमलनाथ और दूसरे ज्योतिरादित्य सिंधिया. इस बात से अजय सिंह समर्थक गुस्सा हो गए और उन्होंने दीपक बावरिया के साथ ज़बरदस्त धक्का-मुक्की की। बताया तो ये तक गया था कि कार्यकर्ताओं ने उनका कुर्ता भी फाड़ दिया था।