देवास/उज्जैन (राजेन्द्र के.गुप्ता 98270-70242)। देवास कलेक्टर डॉ.श्रीकांत पांडेय ने 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर ऐसा कुछ किया जिसने सरकार के साथ आईएएस अफसरों का भी मान बढ़ा दिया। कलेक्टर डॉ.पांडेय ने वर्षों से कलेटोरेट प्रांगण मे ईमानदारी से साफ सफ़ाई करने वाली महिला कर्मचारी श्रीमती विद्या बामनिया से झंडावंदन करवा कर देश के इतिहास में एक नई परंपरा की शुरुआत कर दी। यह पहली बार है जब किसी ज़िले के राजा कलेक्टर ने सबसे नीचे और कमज़ोर माने जाने वाले तबके की महिला कर्मचारी और उसकी बच्ची को इतना सम्मान दिया हो।
सब चौंक उठे जब कलेक्टर ने महिला सफाई कर्मचारी को आगे किया
जब कलेक्टर डॉ.पांडेय ने सफ़ाई महिला कर्मचारी को ध्वजारोहण के लिए आगे किया तो प्रशासनिक प्रांगण में मौजूद अधिकारी-कर्मचारियों के साथ मीडियाकर्मी भी आश्चर्य चकित रह गए। कलेक्टोरेट का ध्वजारोहण करने वाली सफ़ाई कर्मचारी श्रीमती विद्या बामनिया वर्षों से ईमानदारी और निष्ठा पूर्वक साफ सफ़ाई का काम कर रही है। कलेक्टर डॉ.पांडेय बामनिया को काम करते देखते रहते थे। ईमानदारी से काम करने वालों के प्रति अपने आप मन में सम्मान जागता है वही सफ़ाई कर्मचारी श्रीमती विद्या बामनिया के साथ हुआ।
NCC टीम में विद्या की बेटी भी मौजूद थी
जब महिला सफ़ाई कर्मी श्रीमती विद्या बामनिया झंडावंदन कर रही थी तब प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों से खचाखच भरे प्रशासनिक प्रांगण में ही बामनिया की बेटी राष्ट्रीय केडिट कोर की चमकदार यूनिफ़ॉर्म पहनी पूजा बामनिया भी गर्व से ऊँचा मस्तक किये उपस्थित थी। इस तरह देश में पहली बार डॉ.श्रीकांत पांडेय के द्वारा कलेक्टोरेट में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित गरिमामय समारोह में समाज के सबसे कमज़ोर तबके के हाथों ध्वजारोहण करवाकर ना केवल इस तबके का सम्मान किया बल्कि एक नई परंपरा का सूत्रपात भी किया। कलेक्टोरेट में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में डॉ़ श्रीकांत पांडेय द्वारा एक प्रेरणादायक परंपरा की नींव रखी गई।
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