भोपाल। मध्यप्रदेश में ईसीसी चेयरमैन एवं सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज 'भारत छोड़ो आंदोलन' के अवसर पर करो या मरो की अपील की है। सिंधिया ने अपने बयान में लिखा है कि: आज लोकतंत्र के स्तम्भों - संसद, न्यायपालिका और मीडिया - को ख़तरे में पाकर एक बार फिर गाँधी जी द्वारा दर्शित पथ “करो या मरो” हमारी अंतरात्मा में गूंजने लगा है। अब समय आ गया है कि हम सब एकजुट होकर भारतीय लोकतंत्र की रक्षा के लिये क़दम मिलायें और क़दम बढ़ायें।
महात्मा गांधी ने की थी करो या मरो की अपील
बता दें कि 09 अगस्त 1942 'भारत छोड़ो आंदोलन' की शुरूआत की थी। इस आंदोलन में उन्होंने 'करो या मरो' की अपील की थी। यह आंदोलन अंग्रेजी सरकार के खिलाफ उसे पद से हटाने के लिए और भारत में भारतीय सरकार की स्थापना के लिए किया गया था। बाद में यही आंदोलन सफल हुआ और 15 अगस्त 1947 को भारत एक स्वतंत्र देश घोषित किया गया।
इस बार मोदी सरकार गिराने के लिए 'करो या मरो'
बता दें कि सिंधिया ने यह अपील केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को गिराने के लिए किया है। पिछले दिनों पीएम मोदी की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले को प्रभावहीन करने के लिए एससी/एसटी एक्ट में संशोधन विधेयक पारित कर दिया। पिछले दिनों देश के बड़े टीवी चैनलों के कुछ दिग्गज पत्रकारों को इसलिए नौकरी से निकाल दिया गया क्योंकि वो मोदी की निंदा करते थे।
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