जबलपुर। शासकीय आईटीआई कॉलेज, जबलपुर, मध्यप्रदेश में 11 अगस्त शनिवार सुबह 9 बजे आयोजित होने वाला इंजीनियरिंग ड्राॅइंग का सेकेंड सेमेस्टर का पेपर 10 अगस्त की रात 11 बजे ही लीक हो गया। 5-5 हजार में सारी रात इस पेपर की फोटोकॉपी बिकती रहीं।
पत्रकार पवन पटेल की रिपोर्ट के अनुसार दरअसल एनएसयूआई प्रवक्ता सचिन रजक के हाथ यह लीक हुआ पेपर लग गया और वह इसे लेकर सुबह-सुबह कॉलेज पहुंच गए, जहां क्लास में जाकर कॉलेज द्वारा छात्रों को दिए गए पेपर से इसका मिलान किया जो हू ब हू एक जैसा ही था। इसके बाद से वह पेपर रद्द करवाने के लिए कॉलेज के बाहर ही धरने पर बैठ गए।
सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस भी पहुंच गई जिसने उन्हें कॉलेज के बाहर ले जाने का प्रयास किया लेकिन वे पेपर रद्द करवाने की जिद पर अड़ गए। इस दौरान पुलिस ने उन्हें जबरन बाहर करने का प्रयास किया जिसमें दोनों पक्षों में तीखी बहस भी हुई। इसके बाद पुलिस ने उन्हें जबरन पकड़कर कॉलेज गेट के बाहर कर दिया। एनएसयूआई ने कॉलेज प्रबंधन पर भ्रष्टाचार करने और पेपर लीक करने के आरोप लगाए हैं।
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