GWALIOR: शनिवार रात सेंवढ़ा रोड पर स्थित स्वामी फिलिंग सेंटर के पास एक सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर गाड़ी खड़ी पाई गई। पुलिस को कार पर लिखे नंबर पर संदेह हुआ तो कार को चेक किया गया। अंदर देखा तो आरोपी हथियारों को हाथ में लिए थे। कार में सवार सात बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये बदमाश झांसी से आने वाले सोना सप्लायर को लूटने की फिराक में थे। आरोपियों के पास से एक 9 एमएम पिस्टल, दो मेग्जीन, छह राउंड, दो सरिया, दो पुलिस की वर्दी, दो बाइक, एक कार जब्त की है। पुलिस लिखे स्टीकर और बिकाऊ वाहनों के नंबर भी पास रखे थे। एसपी मयंक अवस्थी ने बताया कि मुखबिर की सूचना के बाद डीपार थाना प्रभारी यतेंद्र सिंह और इंदरगढ़ टीआई शिवसिंह यादव दोनों को होेने वाली वारदातों को रोकने और आरोपियों को पकड़ने के निर्देश दिए।
पुलिस ने तत्काल कार में सवार बदमाशों को अपने कब्जे में ले लिया। साथ ही झाड़ियों के पास खड़े बाइक सवार दो बदमाश भाग खड़े हुए। पुलिस ने कार में बैठे रोहित पुत्र नरेंद्र सिंह तोमर निवासी भिंड, रमेश पुत्र रामशंकर सोनी निवासी कटरा मोहल्ला भिंड, विजय उर्फ कल्लन पुत्र मुरारीलाल सोनी निवासी इंदरगढ़, अमन पुत्र राजीव भदौरिया निवासी भिंड, रामेश्वर पुत्र मोहर सिंह बघेल निवासी इंदरगढ़, श्याम कुमार राय पुत्र रामसेवक निवासी मुंबई और सूरज पुत्र पूरन सिंह भदौरिया निवासी भिंड को गिरफ्तार किया। वहीं बाइक सवार आरोपी शत्रुघन सिंह परमार निवासी भिंड और बृजेश पुत्र सुरेंद्र यादव निवासी भिंड फरार हो गए।
प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि इंदरगढ़ निवासी विजय उर्फ कल्लन सोनी सालों से इंदरगढ़ में गुलाबचंद्र, महेशचंद्र सहित तमाम दुकानों पर काम करता था। उसे यह जानकारी हो गई कि झांसी से सोहन कुशवाहा नाम का व्यापारी इंदरगढ़ में सोना बेचने के लिए आता है। इस व्यापारी को लूटने के लिए विजय ने मुखबिरी की और भिंड निवासी अपने फुफेरे भाई रमेश सोनी को गैंग बनाने के लिए कहा। रमेश ने भिंड में रहने वाले रोहित तोमर से संपर्क किया। रोहित ने शत्रुघन सिंह को लूट और डकैती के लिए तैयार किया। शत्रुघन ने दो वायरलैस सेट खरीदे। मिलट्री ड्रेस जैसी दो नई पुलिस की बर्दी खरीदी। नौ लोगों की गैंग एक साथ सोना व्यापारी सोहन कुशवाहा को लूटने के लिए तैयार हो गई।
एक महीने पहले ही लूट की घटना करने की फिराक में थे लेकिन उस दिन व्यापारी निजी वाहन की बजाए यात्री बस में बैठकर आया। इसलिए लूट नहीं कर सके। शनिवार को पुन: इंदरगढ़ में लूट के साथ कुछ चिन्हित मकानों में डकैती डालने की भी तैयारी में सभी बदमाश आए थे।