इंदौर। मेरी बेटी की मौत की जांच करो, दामाद ने जहर देकर मार डाला सर, मेरी बेटी की मौत की आप जांच करवाएं। वो अच्छी-भली थी। अचानक दामाद ने मुझे उसके मरने की खबर दी। जब हमने रिश्तेदारों से पता किया तो पता चला वह बीमारी होना बताकर बेटी को खंडवा से इंदौर के अस्पताल में लाया था, लेकिन उपचार मिलने से पहले ही उसकी गाड़ी में मौत हो गई। यही नहीं मौत की खबर देने के बाद दामाद बेटी के शव को कार में ही रखकर खंडवा ले गया। जब हम खंडवा पहुंचे तो वे बेटी के शव को भी नहीं दिखा रहे थे। मेरे जिद करने के बाद जब मैंने बेटी का शव देखा तो उसका चेहरा नीला पड़ गया था। होंठ काले और पलकें लाल थीं। हमने शंका होने पर पोस्टमॉर्टम की बात कही तो दामाद नाराज हो गया और पोस्टमॉर्टम नहीं करवाने का बोलकर बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया।
यह पीड़ा मंगलवार को 55 वर्षीय कौशल्या पति श्रीचंद नेमनानी निवासी गोल्डलीफ कॉलोनी उदयपुर ने एसपी मोहम्मद यूसुफ कुरैशी को बताई। कौशल्या ने अपने दामाद रवि पिता लखमीचंद खटवानी निवासी पद्मनगर खंडवा पर बेटी मोना उर्फ मोनिका को जहर देकर मारने का आरोप लगाया है। मां ने एसपी को बताया 18 फरवरी 2014 को बेटी का विवाह रवि से करवाया था। शादी में 17 तोला सोना व काफी दहेज देने के बाद भी बेटी को पति व उसके ससुराल वाले प्रताड़ित करते थे। कई दिनों तक हमने इन बातों को नजरअंदाज किया, लेकिन 21 अगस्त को सुबह साढ़े 6 बजे दामाद ने मुझे फोन कर बेटी की मौत की खबर दी तो मैं घबरा गई। बेटी को कोई गंभीर बीमारी नहीं थी।
बेटी ने मौत के एक दिन पहले ही की थी बात, सिर्फ पेट में गड़बड़ होना बताया था
मौत के एक दिन पहले मोना से मेरी बात हुई तो उसने केवल पेट गड़बड़ होने की तकलीफ बताई थी, लेकिन अगले दिन उसकी मौत कैसे हो गई, समझ नहीं आया। कौशल्या ने एसपी को बताया बेटी की मौत के बाद दामाद ने न तो पीएम करवाया, न ही उसके इलाज के कोई मेडिकल दस्तावेज हमें दिखाए, इसलिए हमें शंका है कि बेटी की स्वाभाविक मौत नहीं हुई, बल्कि उसे जहर देकर मारा गया है। बदहवास मां के साथ उदयपुर और इंदौर सिंधी समाज के प्रकाश राजदेव ने पुलिस अधिकारियों से जांच की मांग की है। मामले में एसपी ने राजेंद्र नगर थाने को जांच के बाद कार्रवाई के लिए निर्देश दिए हैं। वहीं, एएसपी पश्चिम मनीष खत्री को भी जांच का आदेश दिया है।