जबलपुर। एक रेल कर्मचारी ने संडे शाम को ट्रेन के नीचे कटकर सुसाइड कर लिया। लोको पायलट के पद पर पदस्थ हेरिशन जॉन का पिछले दिनों डिमोशन कर दिया गया था। सुसाइड के बाद कर्मचारियों ने हंगामा शुरू कर दिया। शव को घटनास्थल से उठाने नहीं दिया गया। अधिकारियों पर उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया है। करीब 2 घंटे बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ परंतु सोमवार को फिर कर्मचारियों में आक्रोश दिखाई दे रहा है।
लोको पायलट हेरिशन जॉन ने महाकौशल ट्रैन के नीचे आकर उस समय आत्महत्या की जब ट्रेन यार्ड से स्टेशन में लग रही थी। घटना की जानकारी लगते ही रेलवे के कर्मचारी-परिजन और साथी भी मौके पर पहुंच गए। परिजनों के मुताबिक हेरिशन पहले मेल गाड़ी के ड्राइवर थे पर हाल ही में उनको डिमोशन कर शटल गाड़ी में भेज दिया था। वहीं इलेक्ट्रिक विभाग के अधिकारी पर भी लोको पायलट को प्रताड़ित करने के आरोप लगे हैं। बताया जा रहा है कि बीते कुछ दिनो से जॉन बहुत परेशान था। रविवार की शाम जॉन अचानक ही यार्ड में आए और सीधे महाकौशल ट्रेन के नीचे आकर लेट गए। जब तक ट्रेन चला रहे पायलट कुछ समझ पाते तब तक ट्रेन जॉन की गर्दन के ऊपर से गुजर चुकी थी।
गुस्साए रेल कर्मचारियों का हंगामा
घटना के बाद साथी कर्मचारियों में अधिकारी के खिलाफ काफी आक्रोश है। मौके पर साथी कर्मचारियों ने पहुंच कर हंगामा करना शुरू कर दिया, साथ ही यार्ड से निकलने वाले रैक को भी कर्मचारियों ने रोक दिया। बताया जा रहा है कि कटनी रनिंग रूम में 150 चादरें जल जाने के मामले में हैरिसन का डिमोशन किया गया था जिसके बाद से वह परेशान रहता था, वहीं कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि जब तक डीआरएम मौके पर नहीं पहुंचेंगे ना ही कोई ट्रेन चलने देंगे ना बॉडी उठाने देंगे। कर्मचारियों ने डीआरएम के खिलाफ नारेबाजी भी कर अपना आक्रोश जताया। करीब दो घंटे बाद रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच करने के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
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