भोपाल। राजधानी की उड़ान किलकारी संस्था द्वारा सूचना छिपाकर विदेशी दंपतियों को गोद दी गई बच्चियों को वापस भारत लाया जा रहा है। स्पेन से एक बच्ची की वापसी के लिए मेनका गांधी ने वहां के राजदूत को पत्र लिखा है। वहीं, सूत्रों ने बताया कि इटली के दंपति को गोद दी गई बच्ची को भी भारत वापस लाने के निर्देश दिए हैं। मेनका गांधी ने इस मामले में ट्वीट किया है- यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मैंने स्पेन के दूतावास को पत्र लिखा है। जल्द से जल्द बच्ची को वापस भारत भेजने का आग्रह किया है। ताकि उसका पुनर्वास किया जा सके।
जानकारी के मुताबिक, स्पेन व इटली के दंपति ने भारत सरकार से शिकायत की है कि उनको गलत सूचना के आधार पर बच्चियों को गोद दिया गया। सूत्रों ने बताया कि मामले की जांच में यह तथ्य सामने आए कि संस्था ने 13 साल की एक बच्ची को 7 साल की बताकर स्पेन के दंपति को गोद दिया था। वहीं, 9 साल की बच्ची को टीबी थी, इसकी जानकारी छिपाकर इटली के दंपती को गोद दे दिया। विदेशी दंपतियों का आरोप है कि बच्चियों की मेडिकल रिपोर्ट को उनसे छुपाया गया। मामले में विदेशी दपंति ने मानसिक और आर्थिक नुकसान की भरपाई के लिए कारा (सेंट्रल एडॉप्टेशन रिसोर्स अथॉरिटी) में शिकायत दर्ज कराई है।
इन मामलों में दोनों बच्चियों को वापस बुलाया जा रहा है। विदेशी दपंतियों की शिकायत पर जांच भी शुरू कर दी गई है। साथ ही, कारा मध्य प्रदेश को संस्था के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी निर्देश दिए गए हैं। जिला महिला बाल विकास विभाग से संस्था की जांच प्रतिवेदन भी मांगा गया है।
मध्य प्रदेश कारा के प्रभारी दुर्गेश केशवानी ने बताया कि केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को इसकी जानकारी दी गई थी। उन्होंने विदेशी दूतावास को पत्र लिखकर जांच के निर्देश दिए हैं। विदेशी दंपतियों द्वारा संस्था के खिलाफ भारत सरकार को शिकायत करने के बाद कारा ने मामले को लेकर जिला महिला बाल विकास विभाग को पत्र लिखकर गोद देने से संबंधित सभी में जांच प्रतिवेदन मांगा है। कारा ने केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को संस्था पर कठोर कार्रवाई के लिए भी पत्र लिखा है।