भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव को अचानक पद से हटा दिया गया था। उनकी जगह कमलनाथ को लाया गया। इसके बाद अरुण यादव नाराज हो गए थे। हालांकि दिग्विजय सिंह ने उन्हे मना लिया था परंतु फिर भी वो पूरी तरह से सक्रिय नहीं हुए थे परंतु अब उन्हे राहुल गांधी की यात्राओं के समन्वय का काम सौंपा गया है। सूत्रों का कहना है कि यह जिम्मेदारी उन्हे सपा चीफ अखिलेश यादव के कहने पर सौंपी गई है। बता दें कि पिछले दिनों सपा चीफ अखिलेश यादव भोपाल आए थे, यहां वो अरुण यादव से विशेष रूप से मिले। सूत्रों का दावा है कि अखिलेश यादव मध्यप्रदेश में कांग्रेस के लिए ओबीसी वोटों को जुटाने का काम कर रहे हैं।
कमलनाथ उपयोग करना चाहते थे, राहुल गांधी ने कद बढ़ाया
खरगोन निमाड़ की 22 विधानसभा सीटों पर अरुण यादव का प्रभाव माना जाता है। कमलनाथ चाहते थे कि इन सीटों पर अरुण यादव का उपयोग करके ओबीसी वोट अपने पक्ष में कर लिए जाएं। कमलनाथ की एक चिट्ठी भी वायरल हो गई थी परंतु राहुल गांधी ने अब अरुण यादव का कद बढ़ा दिया है। राहुल गांधी की यात्राओं का समन्वय मिलने के बाद अरुण यादव एक बार फिर मध्यप्रदेश में कांग्रेस के दिग्गज नेता बन गए हैं।
राहुल के कैंपेन में साधु –महंत
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सितंबर में ओंकारेश्वर मंदिर से अपना चुनाव अभियान शुरू करेंगे। गुजरात, कर्नाटक के बाद मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में सॉफ्ट हिंदुत्व का फॉर्मुला ज़मीन पर उतारा जाएगा। इसकी तैयारी ज़ोंरो पर है। ओंकारेश्वर नर्मदा का किनारा है और यह साधु- संतों महंतों का गढ़ है। राहुल के साथ इस अभियान में कई महंत–साधु हिस्सेदारी करें इसकी तैयारी चल रही है। कर्नाटक में जिस रथ पर राहुल ने केंपेन किया था उसे भी मध्यप्रदेश में लाया जा रहा है।
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