ग्वालियर। शिवराज सिंह सरकार के मंत्री नारायण सिंह कुशवाह को स्वतंत्रता दिवस के रोज ग्रामीणों के जबर्दस्त विरोध का सामना करना पड़ा। दरअसल, झंडावंदन एवं परेड की सलामी लेने के लिए मंत्री कुशवाह रायपुरा गांव के एक स्कूल में बच्चों के साथ मध्याह्न भोजन करने गए थे। स्कूल में बिजली नहीं थी। मंत्रीजी को पसीना आने लगा तो उन्होंने अपना भोजन खुले में पेड़ के नीचे लगवा लिया। यह देख ग्रामीण भड़क गए। उन्होंने मंत्रीजी को मुर्दाबाद के नारे सुनाए।
बताया गया है कि रायपुरा गांव में लम्बे समय से बिजली नहीं है। स्कूल में भी बिजली का कोई प्रबंध नहीं था। यहां तक कि स्कूल के जिस कक्ष में मध्याह्न भोजन का आयोजन किया गया था। उसमें पंखे तक नहीं थे। मंत्री कुशवाह को कक्ष में पसीना आने लगा। यह देख मंत्री श्री कुशवाह नाराज हो गए। अधिकारियों ने तुरंत वैकल्पिक इंतजाम किए और एक पेड़ के नीचे खुली हवा में उनके मध्याह्न भोजन की व्यवस्था की।
मंत्री श्री कुशवाह को खुली हवा में भाजन करते देख ग्रामीण नाराज हो गए। वो अपनी समस्याओं का समाधान चाहते थे अत: उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। सूत्रों का कहना है कि आक्रोशित ग्रामीण मंत्री से गांव में बिजली नहीं होने का कारण पूछने लगे लेकिन मौके पर मौजूद क्षेत्रीय बीजेपी विधायक दुर्गालाल विजय, कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन, एसपी शिवदयाल सिंह समेत अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधियों में से कोई भी ग्रामीणों को उचित जवाब नहीं दे पाया। कहा जा रहा है कि मंत्री श्री कुशवाह के जाने के बाद भी ग्रामीण नारेबाजी करते रहे।
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