भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज पर बड़ा हमला बोलते हुए आदिवासियों को बांटे गए जूते-चप्पलों में दलाली करने का आरोप लगाया है। उन्होंने ट्वीट किया है कि आदिवासी नगद पैसा चाहते हैं लेकिन प्रदेश सरकार उनको जूते-चप्पल बांट रही है, क्योंकि ऐसा करने से दलालों को कमीशन मिलता है। बीते दिनों केंद्रीय चर्म अनुसंधान ने सरकार द्वारा बांटे गए चप्पल-जूतों में कैंसर रसायन होने की बात कही थी, जिसके बाद से शिवराज सरकार को विपक्ष लगातार इस मामले में घेरने की कोशिश कर रहा है। अब दिग्विजय सिंह ने भी इस मामले में सीएम शिवराज और बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाया है।
दिग्विजय सिंह ने लिखा मामा जी बनाम शिवराज बनाम भाजपा उन्हें नगद देने के बजाय कभी चप्पल कभी जूते कभी पानी की बोतल आदि खरीद कर देते हैं। जब कि मज़दूर नगद चाहते हैं। क्यों देते हैं ? क्योंकि Centralised Purchase में मामा जी बनाम शिवराज बनाम भाजपा बनाम दलालों को commision मिलता है। अब केवल जूते चप्पल का हिसाब लें तो 2.34 लाख तेंदू पत्ता पुरुष संग्राहकों को जुते रु 195/- और महिलाओं को चप्पल रु 131/- यानि कुल लगभग 37 करोड़ में ख़रीदे गये। बाज़ार में एेंसे जूते चप्पल कितने में बिकते हैं? कोई बतायेगा?
कांग्रेस समन्वय समिति के अध्यक्ष और मप्र में राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले दिग्विजय सिंह ने ट्वीटर पर बनाम शब्द का प्रयोग करते हुए बीजेपी नेताओं को दलाल कहा है, जिसमें उन्होंने लिखा कि -मामा जी बनाम शिवराज बनाम बीजेपी मजदूरों को नगद रुपये देने के बजाय कभी चप्पल, कभी जूते तो कभी पानी की बोतले खरीद कर दी जा रही है, जबकि मजदूर नगद चाहते हैं.
साथ ही दिग्विजय सिंह ने मजदूरों को जूते-चप्पल और पानी बांटने पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें (मजदूरों को) ये सब क्यों दिया जाता है? क्योंकि इन वस्तुकों की जो केंद्रीकृत खरीदी की जाती है, उसमें मामा जी बनाम, शिवराज बनाम बीजेपी बनाम दलालों को कमीशन मिलता है.
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