भोपाल। यूं तो सोशल मीडिया को जनता की आवाज कहा जाता है परंतु राजनीतिक दलों ने सोशल मीडिया को हथियार बना लिया है। उधर भाजपा और आरएसएस के लोग कांग्रेस की टांग खिंचाई लगातार करते रहते हैं तो इधर कमलनाथ की टीम अब तक कोई जादू नहीं दिखा पाई है। इससे कमलनाथ नाराज हो गए। अपनी ही टीम पर बरस पड़े। अल्टीमेटम दे डाला। सूत्रों का कहना है कि पिछले दिनों में कमलनाथ की टीम में सोशल मीडिया पर भाजपा को टारगेट करने के बजाए इस बात पर फोकस ज्यादा किया है कि कांग्रेस में किस तरह कमलनाथ को दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया से बड़ा नेता साबित कर दिया जाए। कमलनाथ की टीम के सारे पोस्टर्स कांग्रेस कम, कमलनाथ की ब्रांडिंग ज्यादा करते नजर आते हैं।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में उन्होंने अपनी सोशल मीडिया टीम को शिवराज सरकार और बीजेपी के खिलाफ ज्यादा आक्रामक होने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि बीजेपी के झूठ का जवाब आक्रामकता से दिया जाना चाहिए। कमलनाथ ने टीम के सदस्यों को उन्हीं की मॉनिटरिंग रिपोर्ट दिखाई है। बताया जा रहा है कि कमलनाथ ने सोशल मीडिया टीम को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है कि वे अपनी स्टाइल और कार्यशैली बदलें। कमलनाथ ने शोभा ओझा और नरेंद्र सलूजा को मॉनिटरिंग की ज़िम्मेदारी सौंप दी है।
इससे पहले कमलनाथ ने पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस की चुनावी तैयारियों और गठबंधन के बारे में बातचीत की। उन्होंने कहा कि जल्द ही 80 सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवारों के नाम तय किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पहली लिस्ट में इन नामों का ऐलान किया जाएगा। हालांकि उन्होंने गठबंधन के सवाल पर कहा कि हम सबको साथ लेकर चलेंगे और इस पर जल्द ही फैसला कर लेंगे लेकिन अपनी तैयारियां हम पूरी कर रहे हैं।