नीमच। सुबह सुबह जैसे ही दरवाजे की घंटी बजी और वन अधिकारी ने दरवाजा खोला उनके पांव तले की जमीन खिसक गई। बिलकुल उम्मीद नहीं थी कि नींद से उठते ही जिसका चेहरा दिखाई देगा वो उनके जीवन में काफी कष्टदायक साबित होने वाला है। अचानक जिस शख्स को वन अधिकारी ने अपने घर के दरवाजे के बार देखा था और कोई नहीं लोकायुक्त टीम के प्रमुख बसंत श्रीवास्तव थे।
प्राथमिक जांच पड़ताल के बाद लोकायुक्त टीम ने रामपुरा वन विभाग के रेंजर जगदीशचंद्र चौधरी के निवास पर दबिश दी थी। इसके अतिरिक्त लोकायुक्त की टीम 2 अन्य स्थानों पर भी पहुंची थी। यह दबिश लोकायुक्त की उज्जैन टीम ने दी थी। प्रारंभिक जांच में चौधरी के यहां से करोड़ो की बेनामी संपत्ति का खुलासा हुआ है। जानकारों की माने तो शुरुआती जांच में ही करीब 5 करोड़ से ऊपर की बेनामी संपत्ति का खुलासा हुआ है। साथ ही लोकयुक्त निरीक्षक बसंत श्रीवास्तव ने बताया कि गोपनीय शिकायत के बाद कार्रवाई हुई है।
इस कार्रवाई में चौधरी के वेयरहाउस, रामपुरा स्थित शासकीय निवास, एलआईजी 40, इंदिरा नगर नीमच स्थित निज निवास पर लोकयुक्त की अलग अलग टीम गठित कर सतत कार्रवाई की गई। दबिश में आय से अधिक संपत्ति खुलासा हुआ है। इसमें 4 करोड़ की संपत्ति, नकद व ज्वेलरी का खुलासा हुआ है। लोकायुक्त टीम अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जांच भी कर रही है। सुबह जैसे ही लोकायुक्त की टीम इंदिरा नगर सहित अन्य दो स्थानों पर दबिश देने पहुंची उन्हें देख क्षेत्रवासियों के बीच हलचल तेज हो गई थी।
वन विभाग में जब से चौधरी पदस्थ है इसके बाद उनकी सम्पत्ति में जिस तेजी से वृद्धि हुई है इसको लेकर भी लोकायुक्त तक शिकायत पहुंची थी। शिकायत की पुष्टि के लिए लोकायुक्त टीम ने अपने स्तर पर भी प्रयास किए थे। लोकायुक्त टीम को चौधरी के निवास और दो अन्य ठिकानों से और भी महत्वपूर्ण दस्तावेज मिलने की पूरी उम्मीद है।