कमलेश सारड़ा/नीमच। हाल ही में एससी एसटी एक्ट का संशोधन बिल लोकसभा एवं राज्यसभा में पारित होने के बाद सामान्य वर्ग में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। मध्य प्रदेश सहित पूरे देश में चुनाव भी नजदीक है। ऐसे में नीमच जिले के गांव आँकली से इस बिल का विरोध शुरू हो गया है। आँकली गांव के एवं आसपास के गांव के युवाओं ने गांव के बाहर कई जगह ऐसे बैनर लगा दिए हैं जिन पर यह लिखा गया है कि यह गांव सामान्य वर्ग वालों का है और कोई नेता यहां वोट मांग कर हमे शर्मिंदा न करें क्योंकि हम एससी एसटी एक्ट का विरोध करते हैं। जिस प्रकार से लोकसभा एवं राज्यसभा में बिना किसी बहस के यह बिल पास कर दिया गया उससे पूरे देश में सामान्य वर्ग में काफी आक्रोश है और सभी जगह इसका विरोध हो रहा है।
आँकली गांव नीमच जिले के जावद तहसील के अंतर्गत आता है और इस गांव में ज्यादातर घर राजपूत समाज के हैं। राजपूत समाज के युवाओं द्वारा इस प्रकार के बैनर लगा एससी एसटी एक्ट का शांतिपूर्वक विरोध किया जा रहा है। पूरे नीमच जिले सहित पूरे प्रदेश में इस प्रकार का विरोध चर्चा का विषय बना हुआ है। गांव के कुछ युवाओं से चर्चा करने पर उनके द्वारा यह बताया गया कि एससी एसटी एक्ट का कई जगह दुरुपयोग होता है और ऐसे में कई निर्दोष लोगों को जेल की हवा खानी पड़ती है। जिस प्रकार से बिना जांच किए किसी भी व्यक्ति की गिरफ्तारी करने का जो प्रावधान बिल में लाया गया है वह कतई उचित नहीं है। वहीं दूसरी ओर एससी एसटी एक्ट में संशोधन कर अग्रिम जमानत के प्रावधान को भी खत्म कर दिया गया है।
वही युवाओं का यह कहना है कि जल्दी उनके द्वारा पूरे नीमच जिले में आरक्षण के विरोध में आंदोलन चलाया जाएगा और यह मांग की जाएगी कि आरक्षण पूरे देश में आर्थिक आधार पर लागू होना चाहिए। युवाओं की इस पहल को चारों ओर सराहा जा रहा है और इन से प्रेरणा लेकर आस-पास के गांव में भी इस प्रकार के विरोध का बिगुल बज चुका है और जल्द ही अन्य गांवों में भी इस प्रकार के फ्लेक्स बैनर नजर आ सकते हैं।