भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सैयद जाफर ने जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार लगातार बेरोजगार युवाओं को धोखा दे रही है। पीईबी उर्फ व्यपाम के माध्यम से आयोजित सहायक ग्रेड एक की परीक्षा में 30000 बेरोजगार युवकों से लगभग 2 करोड रुपए की राशि परीक्षा शुल्क के नाम पर वसूल की गई और परिणाम के दौरान इन 16 नियमित पदों को विलोपित कर दिया गया मामला यहीं नहीं रुका अब इन विलोपित पदों पर नई नियुक्ति के लिए एमपी आॅनलाइन के माध्यम से आवेदन बुलाए जा रहे हैं जो सरासर गलत है।
सैयद जाफर ने आगे बताया कि अप्रैल 2018 में ट्रायफेक विभाग के लिए व्यापमं द्वारा 16 नियमित पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए जिसमें प्रदेश के लगभग 30000 युवा बेरोजगारों ने आवेदन जमा किए जिसके साथ 600 परीक्षा शुल्क लिया गया जो पूरे प्रदेश में लगभग 2 करोड रुपए होता है। इसके बाद व्यापमं ने 28 और 29 अप्रैल 2018 को परीक्षा आयोजित की जिसका परिणाम 8 अगस्त 2018 को जारी किया गया लेकिन सरकार की गलत नीतियों एवं किसी नए भ्रष्टाचार को अंजाम देने के लिए इन परिणामों में नीचे लाल स्याही से पदों को विलोपित करने का आदेश जारी कर दिया गया जो सरासर गलत है एवं बेरोजगार युवकों के साथ धोखा है।
जहां एक और व्यापम अपने परीक्षा परिणाम में पद को विलोपित दिखा रहा है वहीं दूसरी और ट्रायफेक के लिए व्यापमं ने जो परीक्षा आयोजित कर जो परीक्षा परिणाम घोषित किया उन्हीं पदों को भरने के लिए ट्रायफेक ने एमपी आॅनलाइन से फिर से आवेदन आमंत्रित किया है, जिससे बेरोजगार युवकों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई और जिन लोगों ने पूर्व में परीक्षा दी थी वह एक बार फिर परीक्षा देने के लिए मजबूर हो गए हैं।
कांग्रेस पार्टी संबंधित विभागों को पत्र लिखकर जिन पदों के लिए व्यापमं ने परीक्षा लेकर परिणाम घोषित कर दिए हैं उनको अब दोबारा परीक्षा आयोजित ना करने की मांग करती है साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री से यह भी मांग करती है कि वह प्रदेश में बेरोजगारों के साथ हो रहे धोखे को जल्द रोकें। यदि सरकार ने व्यापमं द्वारा आयोजित परीक्षा के परिणाम के आधार पर चयन नहीं किया और एमपी आॅनलाइन की परीक्षाएं यथावत रखी तो कांग्रेस बेरोजगार युवाओं के हित में आंदोलन करेगी।
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