भोपाल। नर्मदा घोटाले का खुलासा करने की धमकी देकर चुप हो जाने वाले कम्प्यूटर बाबा को सीएम शिवराज सिंह ने बड़े ही सम्मान के साथ मंत्री का दर्जा दिया था परंतु बाबा का मंत्री वाला रुतबा ज्यादा दिन टिक नहीं पाया। आज भोपाल पुलिस ने उनकी गाड़ी पर लगा हूटर और नेमप्लेट तक उतारकर हाथ में दे दी।
चुनाव आयोग के निर्देश के बाद आरटीओ उड़नदस्ते ने ताबड़तोड़ चेकिंग अभियान चलाया। दोपहर 12 बजे बोर्ड ऑफिस चौराहे पर प्रभारी आरटीओ संजय तिवारी, लेखाधिकारी गुणवंत सेवतकर और आरटीआई डीसी शाक्य की उपस्थिति में चेकिंग अभियान शुरू हुआ। 20 से 25 मिनट बाद एक इनोवा निकली। जिसमें कम्प्यूटर बाबा बैठे हुए थे। गाड़ी के आगे लगी नंबर प्लेट पर कम्प्यूटर बाबा (राज्यमंत्री दर्जा मप्र शासन) लिखा हुआ था।
आरटीओ उड़नदस्ते ने तत्काल गाड़ी रुकवाई। ड्राइवर ने कहा कि गाड़ी में बाबा बैठे हुए हैं। इस पर प्रभारी आरटीओ संजय तिवारी ने उड़नदस्ते में मौजूद कर्मचारी से नंबर प्लेट निकालने के निर्देश दिए। गाड़ी से तत्काल नंबर प्लेट निकाली गई। गाड़ी में लगे हूटर भी निकाले गए। नंबर प्लेट और हूटर निकाल कर कम्प्यूटर बाबा को थमा दिए। इस दौरान कम्प्यूटर बाबा गाड़ी में चुपचाप बैठे रहे। कार्रवाई के दौरान बाहर नहीं निकले न ही उन्होंने आरटीओ उड़नदस्ते से कुछ कहा।
इसी तरह आरटीओ उड़नदस्ते ने एक-एक करके अन्य गाड़ियों पर रसूखदारों के नाम लिखी जाने वाली नंबर प्लेट निकलवाईं। हूटर भी हटवाए। कुल 20 गाड़ियों से नियम विरुद्घ लगी नंबर प्लेट व हूटर निकलवाए गए।
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