प्रशांत मिश्रा/शुजालपुर। SDM पार्थ जैसवाल (आइएएस) पर वकीलों ने अभद्रता करने का आरोप लगाया। साथ अभिभाषक संघ की बैठक मंगलवार को हुई जिसमें एसडीएम को तत्काल हटाने के संबंध में प्रस्ताव पारित किया गया। इस संबंध में मुख्य सचिव मप्र सहित कलेक्टर व अन्य अधिकारियों को पत्र प्रेषित किए गए। इधर कुछ युवकों ने आरोप लगाया है कि वो तिरंगा यात्रा की अनुमति लेने गए थे। एसडीएम ने उन्हे धक्का देकर भगा दिया।
संघ अध्यक्ष कमलकिशोर तिवारी ने कहा एसडीएम का कार्य व्यवहार एवं कार्यशैली अभिभाषकों सहित आम लोगों के साथ भी उचित नहीं है। एसडीएम लागतार अभिभाषकों को पक्षकार के समक्ष अपमानित करते हैं। बैठक में जो प्रस्ताव पारित किया गया उसमें उल्लेखित किया कि उक्त अधिकारी को विधि एवं प्रक्रिया का सामान्य ज्ञान भी नहीं है। इसकी पुष्टि इनकी पदस्थापना से लेकर आज दिनांक तक की न्यायालयीन कार्रवाई एवं पारित आदेशों की जांच एक समिति से कर की जा सकती है। बैठक में कहा गया कि अभिभाषक अपील प्रस्तुत करने जाते हैं तो प्रथमता अपीलें प्राप्त ही नहीं की जाती और प्राप्त करते हैं तो बिना रिकॉर्ड बुलवाये और उचित सुनवाई के खारिज कर दी जाती है।
प्रमुख सचिव को संघ द्वारा प्रेषित पत्र में वरिष्ठ अभिभाषकों के साथ की गई अभद्रता व सार्वजनिक रूप से अपमानित करने का उल्लेख भी नाम सहित किया गया। अभिभाषकों ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि अनुविभाग से उक्त अधिकारी का स्थानांतरण किया जाए और स्थानांतरण संभव न होने की दशा में न्यायालयीन कार्य किसी और अधिकारी को सौपा। यदि 23 अगस्त तक स्थानांतरण न किए जाने की दशा में 24 अगस्त से अभिभाषकों को संविधान प्रदत्त मार्ग को अपनाकर आंदोलन के लिए मजबूर होना पडेगा।
अनुमति लेने गए युवाओं ने भी लगाया आरोप
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नगर में तिरंगा यात्रा निकालने की अनुमति लेने पहुंचे नगर के तीन युवाओं ने भी एसडीएम पर अभद्रता करने तथा कक्ष से धक्का देकर बाहर निकालने के आरोप लगाए। इन युवाओं ने कलेक्टर से भी दूरभाष पर चर्चा की। राष्ट्रीय पर्व पर प्रतिवर्ष तिरंगा यात्रा निकालने वाले अभिनंदन जैन ने बताया मंगलवार शाम को वह अपने साथी लखनसिंह राजपूत व संस्कार त्रिवेदी के साथ यात्रा निकालने की अनुमति लेेने के लिए एसडीएम के समक्ष पहुंचे तो उन्होंने चर्चा के दौरान अभद्रता की और तीनों को कक्ष से बाहर निकाल दिया।
मेरे धक्का नहीं दिया, वो अभद्रता कर रहे थे
मुझ पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं वे गलत है। इस तरह की कोई भी बात नहीं हुई है। अभिभाषकों ने कोई प्रस्ताव पारित किया है तो उसके संबंध में वे ही बता सकते हैं। जिन तीन युवाओं की बात की जा रही है उन्होंने कक्ष में असभ्यता का परिचय दिया। मेरे द्वारा किसी से कोई अभद्र व्यवहार नहीं किया गया।
पार्थ जैसवाल एसडीएम शुजालपुर
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