नई दिल्ली। 9 साल की उम्र में अफगानिस्तान छोड़कर ब्रिटेन में रहने वाली यास्मीना अली ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि उसने आजादी के लिए इस्लाम छोड़ दिया था। यास्मीना अली का कहना है कि इस्लाम में बंधन बहुत हैं। बता दें कि यास्मीना अली ने जब अफगानिस्तान छोड़ा तब वहां तालिबान का राज था। स्पेक्टेटर यूएस को दिए एक इंटरव्यू में अफगान मूल की पोर्न एक्टर यास्मीना अली ने ये बातें कही। यास्मीना कहती हैं कि इस्लाम को मानते हुए मुझे अपनी पंसद का काम चुनने की आजादी नहीं हो सकती थी इसलिए मैंने ये धर्म छोड़ दिया। जिसके बाद उन्हें अपनी मर्जी का काम करने का मौका मिला।
तालिबान का राज था, इसलिए देश छोड़ दिया
यास्मीना आज पोर्न जगत की दुनिया का जाना-पहचाना नाम हैं। वो कहती हैं कि कुछ लोगों को शायद उनका रास्ता पसंद ना आए लेकिन वो अपने काम से खुश हैं। यास्मीन बताती हैं कि जब वो पैदा हुईं अफगानिस्तान जंग झेल रहा था। देश में हर तरफ हाहाकर था। जब वो बड़ी हो रही थीं तो उनका देश तालिबान के कब्जे में जा चुका था। औरतों को अपने पसंद का काम करना तो दूर वो घर से नहीं निकल सकती थी। नौ साल की उम्र में यास्मीना अफगानिस्तान को छोड़ ब्रिटेन आ गईं। यहां आने के बाद उनको एक अलग ही दुनिया को देखने को मिली।
इस्लाम में जरूरत से ज्यादा बंधन
यास्मीना कहती हैं कि इस्लाम में रहते हुए मैंने महसूस किया कि उन पर जरूरत से ज्यादा बंधन लगाए जा रहे हैं। मेरे, खाने पहनने से लेकर चलने फिरने तक पर सवाल और टोकाटोकी होती कि ये धर्म के लिहाज से ठीक नहीं है। वो कहती हैं कि ब्रिटेन में उन्हें अधिकार मिले। यास्मीना कहती हैं कि पोर्न की दुनिया में जाना कोई आसान फैसला नहीं था लेकिन उन्होंने ठाना और करके दिखाया।
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