भोपाल। दूध स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है, यही मानकर बच्चों से लेकर बूढ़ों तक को दूध पिलाया जाता है परंतु मध्यप्रदेश के 13 जिलों में बेचे जाने वाला दूध स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। वो कई बीमारियों को जन्म दे रहा है। यह खुलासा FSSAI की एक रिपोर्ट में हुआ है
भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के नेशनल मिल्क सर्वे के रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है कि इंदौर, उज्जैन, धार, रतलाम, अशोक नगर, भिंड, बालाघाट, होशंगाबाद, खंडवा, खरगौन, बुरहानपुर, बड़वानी और सिवनी जिले में दूध में कुछ इस तरह की मिलावट की जा रही है जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है।
रिपोर्ट आने के बाद खाद्य और औषधि विभाग ने सभी 13 जिलों में विशेष अभियान चलाकर दूध की जांच के निर्देश दिए हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि हेलमेट के लिए हर साल अभियान चलाने वाली सरकार ने दूध और खाद्य पदार्थों में मिलावट के खिलाफ कभी कोई अभियान नहीं चलाया। मध्यप्रदेश का खाद्य और औषधि विभाग, आरटीओ की तरह कमाई का जरिया बनकर रह गया है।
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