ग्वालियर। ई-फार्मेसी और ऑनलाइन पोर्टल से हो रही परेशानी के चलते 28 सितंबर को जिले भर के मेडिकल स्टोर्स संचालकों ने हड़ताल का आह्वान किया है। आल इंडिया केमिस्ट एसोसिएशन के आह्वान पर 21 सितंबर से दवा व्यापारी अभी तक काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन एसोसिएशन ने आंदोलन तेज करते हुए 24 घंटे की हड़ताल का मन बना लिया। इसकी सूचना जिला स्वास्थ्य अधिकारी और कलेक्टर को देते हुए तीन इमरजेंसी नंबर भी सौंप दिए, ताकि किसी विपरीत परिस्थिति में मरीजों की मदद की जा सके।
एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष विकास सिंदल ने ने बताया कि केंद्र सरकार ने 28 अगस्त को ई-फार्मेसी का नोटिफिकेशन जारी कर इंटरनेट के माध्यम से दवाओं के विक्रय की अनुमति दी थी। इससे दवाओं के निर्माण से लेकर उपयोग तक के विभिन्न चरणों में कार्यरत थोक एवं फुटकर विक्रेताओं का व्यापार प्रभावित होगा। साथ ही लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक होगा, ऑनलाइन दवाएं मिलने से युवाओं में नशे की प्रवृत्ति बढ़ेगी और शेड्यूल एच एवं एच-1 का भी कोई रिकार्ड नहीं रहेगा। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी दवाओं की उपलब्धता प्रभावित होगी। इसी के विरोध में 28 सितंबर को (27 की रात 12 बजे से 28 सितंबर की रात 12 बजे तक) 24 घंटे की हड़ताल की जा रही है।
ई-फार्मेसी दवा बिक्री के विरोध में 5 सितंबर को एसोसिएशन की उच्च स्तरीय बैठक हुई। इसके बाद विरोध प्रदर्शन को लेकर तैयार की गई रूपरेखा के तहत 21 सितंबर से सभी दवा व्यापारी काली पट्टी बांध कर केंद्र सरकार की इस व्यवस्था का विरोध कर रहे हैं। जिलाध्यक्ष सिंदल ने बताया इसके पूर्व भी एसोसिएशन के माध्यम से केंद्र सरकार, संबंधित विभाग मंत्री, सांसदों सहित प्रदेश सरकार में बैठे अन्य जिम्मेदारों को ज्ञापन के माध्यम से अवगत किराया गया था।
आपात स्थिति में सरकारी अस्पताल से मिलेगी दवा
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जीएस सोढी मेडिकल स्टोर्स संचालकों की हड़ताल के संबंध में वरिष्ठों को जानकारी दे दी है। आपात स्थिति में सरकारी अस्पताल से दवाइयां उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा एसोसिएशन ने भी अपने नंबर दिए हैं। जरूरत पड़ेगी तो उनका उपयोग किया जाएगा।