मप्र के 7 जिलों में स्थापित होंगे पोषण आहार सयंत्र, महिला को मिलेगा मुनाफा | MP NEWS

Bhopal Samachar
भोपाल। महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा संचालित सात सयंत्रों से प्रदेश के 45 जिलों में पोषण आहार (टेक होम राशन) की आपूर्ति की जायेगी। ग्रामीण विकास विभाग द्वारा देवास, धार, शिवपुरी, मण्डला, रीवा ओर सागर में 16-16 करोड़ लागत से 2500 मीट्रिक टन और होशंगाबाद में 13 करोड़ लागत से 600 मीट्रिक टन मासिक क्षमता के पोषण आहार संयंत्र की स्थापना की जा रही है। इन सयंत्रों का संचालन महिला स्व-सहायता समूहों की सहकारी समितियों द्वारा किया जायेगा। सयंत्रों को जो लाभ प्राप्त होगा उसे सयंत्र से संबंधित सभी जिलों की महिला स्व-सहायता समूहों की सहकारी समितियों को वितरित किया जायेगा। देवास में एक नवम्बर 2018 से, धार में 15 नवम्बर 2018 से, होशंगाबाद में 30 नवम्बर 2018 तथा मण्डला, शिवपुरी, सागर और रीवा में 15 जनवरी 2019 से पोषण आहार का उत्पादन आरंभ होना संभावित है।

धार, देवास और होशंगाबाद में समितियों का पंजीकरण पूर्ण हो चुका है। शेष जिलों में कार्यवाही जारी है। सयंत्रों के लिये आवश्यक अमले के चयन की कार्यवाही की जा चुकी है। इन संयंत्रों से भोपाल संभाग को छोड़कर अन्य सभी संभागों में पोषण आहार उपलब्ध कराया जायेगा। भोपाल संभाग में मध्यप्रदेश एग्रो इण्डस्ट्रीज डेवलपमेंट कारर्पोरेशन द्वारा पोषण आहार प्रदान किया जायेगा।

पोषण आहार सयंत्रों से 6 माह से तीन वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं को सप्ताह में 6 दिन निर्धारित गुणवत्ता एवं मात्रा का पोषण आहार (टेक होम राशन) उपलब्ध कराया जायेगा।

देवास के संयंत्र से देवास सहित शाजापुर, उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, इन्दौर और बुरहानपुर जिलों को पोषण आहार का प्रदाय किया जायेगा। देवास के संयंत्र से प्रतिवर्ष 126.60 करोड़ मूल्य के 21,000 मीट्रिक टन पोषण  आहार प्रदाय किया जायेगा। इस संयंत्र से होने वाले अनुमानित 19 करोड़ रूपये का लाभ महिला स्व-सहायता समूहों की सहकारी समितियों को वितरित किया जायेगा। इसी प्रकार धार के संयंत्र से धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन व खण्डवा संबंद्ध होंगे। प्रतिवर्ष 186 करोड़ मूल्य के 31 हजार मीट्रिक टन पोषण आहार के प्रदाय से धार के संयंत्र से संबंधित जिलों की सहकारी समितियों को 27 करोड़ 8 लाख रूपये का अनुमानित लाभ वितरित किया जायेगा।

होशंगाबाद के संयंत्र से होशंगाबाद सहित बैतूल तथा हरदा जिले सम्बद्ध रहेंगे। प्रतिवर्ष 33 करोड़ लागत के 5500 मीट्रिक टन पोषण आहार प्रदाय से इन जिलों की सहकारी समितियों को 4.96 करोड रूपये के अनुमानित लाभ का वितरण होगा।

मण्डला, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, डिण्डौरी, जबलपुर, अनूपपुर व उमरिया जिलों के लिये मण्डला में 108 करोड़ रूपये मूल्य का 18 हजार मीट्रिक टन पोषण आहार प्रतिवर्ष प्रदाय किया जायेगा। इससे प्राप्त लाभ लगभग 16 करोड़ रूपये संबद्ध जिलों की सहकारी समितियों में वितरित किया जायेगा।

शिवपुरी जिले में स्थापित संयंत्र से श्योपुर कलां, मुरैना, भिण्ड, दतिया, ग्वालियर, गुना, शिवपुरी तथा अशोकनगर संबद्ध रहेंगे। इस संयंत्र से 108 करोड़ रूपये अनुमानित लागत का 18 हजार मीट्रिक टन पोषण आहार प्रतिवर्ष प्रदाय किया जायेगा, जिससे प्राप्त होने वाले 16 करोड़ रूपये अनुमानित लाभ का वितरण संबंधित सहकारी समितियों में होगा।

सागर संयंत्र से सागर सहित कटनी, दमोह, पन्ना, छतरपुर और टीकमगढ़ जिले संबद्ध रहेंगें। रू. 120 करोड़ लागत के 20 हजार मीट्रिक टन पोषण आहार के प्रदाय से प्रतिवर्ष लगभग 18 करोड़ का लाभ संबंधित सहकारी समितियों को वितरित किया जा सकेगा। इसी प्रकार रीवा, शहडोल, सीधी, सतना और सिंगरौली जिले, रीवा के संयंत्र से पोषण आहार प्राप्त करेंगे। लगभग 138 करोड़ की लागत के 23 हजार मीट्रिक टन वार्षिक पोषण आहार प्रदाय से इन जिलों की संबंधित सहकारी समितियों को 21 करोड़ रूपये का लाभ वितरण का अनुमान है।  
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