बैतूल। कल की ही बात है। मुल्ताई नगर पालिका उपाध्यक्ष रेखा शिवहरे ने अचानक इस्तीफे का बयान देकर सनसनी फैला दी थी। उन्होंने नगरपालिका अध्यक्ष हेमंत शर्मा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इस्तीफे का ऐलान किया था परंतु अब एक और मामला सामने आ गया है। अपर कलेक्टर ने रेखा शिवहरे को भ्रष्टाचार का आरोपी मानते हुए नोटिस जारी किया है। लिखा है कि यदि वो स्वयं को निर्दोष साबित नहीं कर पाईं तो पार्षद पद से हटा दी जाएंगी। बता दें कि नगरपालिका के अध्यक्ष हेमंत शर्मा भी भाजपा नेता ही हैं।
क्या है मामला
पूर्व पार्षद चंद्रकांत उर्फ बबलू साहू ने 21 अगस्त को कलेक्टर से शिकायत करते हुए बताया था पार्षद रेखा शिवहरे नपा उपाध्यक्ष के पद पर पदस्थ हैं। नपा द्वारा इंडोर स्टेडियम की ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया में रेखा शिवहरे के पति राजेंद्र शिवहरे ने निविदा प्रस्तुत कर निर्माण का ठेका प्राप्त किया है। चंद्रकांत साहू ने रेखा शिवहरे को पार्षद पद से हटाए जाने की मांग की थी। शिकायत पर अपर कलेक्टर मूलचंद वर्मा ने रेखा शिवहरे को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया है।
नोटिस में बताया गया है कि ठेकेदार राजेंद्र शिवहरे द्वारा निविदा प्रपत्रों के साथ प्रस्तुत शपथ पत्र में करीबी रिश्तेदार का उल्लेख नहीं किया है। जबकि वर्तमान में रेखा शिवहरे पार्षद पद से निर्वाचित होकर नपा उपाध्यक्ष हैं। अपर कलेक्टर ने रेखा शिवहरे को पार्षद पद पर बने रहने के लिए प्रथमदृष्टया निरर्हित बताते हुए 9 अक्टूबर तक जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
ये इस्तीफा नहीं, इस्तीफा का ड्रामा है
पूर्व पार्षद चंद्रकांत उर्फ बबलू साहू ने नगर पालिका उपाध्यक्ष रेखा शिवहरे पर इस्तीफा सौंपने का ड्रामा करने का आरोप लगाया है। चंद्रकांत साहू ने कहा उनके द्वारा की गई शिकायत पर कार्रवाई के डर से रेखा शिवहरे ने भाजपा जिलाध्यक्ष को इस्तीफा सौंपने का ड्रामा किया है। जनता को गुमराह कर जांच से बचने के लिए इस्तीफा कलेक्टर को सौंपने की बजाय जिलाध्यक्ष को सौंपा है। गौरतलब है बुधवार को नपा उपाध्यक्ष ने नपा अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार सहित अन्य आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा देने का पत्र भाजपा जिलाध्यक्ष को भेजा था।
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