भोपाल। मध्यप्रदेश की राजनीतिक राजधानी भोपाल और आर्थिक राजधानी इंदौर के उन लाखों लोगों के लिए गुडन्यूज है जो भोपाल-इंदौर के बीच अक्सर सफर करते हैं। भोपाल-इंदौर 6 लेन एक्सप्रेस-वे मंत्री परिषद की बैठक में मंजूर कर लिया गया है। अब जल्द ही इसका काम शुरू हो जाएगा। उम्मीद है 3 साल में यह बनकर तैयार हो जाएगा। एक्सप्रेस-वे के बन जाने से भोपाल-इंदौर की दूरी मात्र 2 घंटे की रह जाएगी। फिलहाल यह करीब 4 घंटा है।
भोपाल-इंदौर के बीच प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे सिक्स लेन होगा। इसके निर्माण पर 3000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस एक्सेस कंट्रोल्ड सिक्स लेन एक्सप्रेस-वे के बनने से भोपाल-इंदौर के बीच की दूरी घटकर दो घंटे रह जाएगी। मंगलवार को केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट को अपनी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी। राज्य सरकार इसे इकोनॉमिक कॉरिडोर की तरह विकसित करेगी, जिसके बीच में नई टाउनशिप होने के साथ ही वो तमाम सुविधाएं होंगी, जिससे बिजनेस करना आसान होगा।
इंडस्ट्रियल हब के रूप में करेंगे विकसित
इंदौर-भोपाल एक्सप्रेस वे को इंडस्ट्रीयल हब के रूप में विकसित किया जाएगा। हाइवे के दोनों ओर इंडस्ट्रीयल व रेसीडेंशियल प्लाट विकसित करने की भी योजना है।
फोरलेन रोड से अलग होगा
यह वर्तमान भोपाल-इंदौर फोरलेन रोड से अलग होगा। एक्सप्रेस-वे के आसपास गांव नहीं होंगे। इसके बाद सड़क विकास निगम केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजेगी, जिसकी स्वीकृति के बाद जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई प्रारंभ होगी। जमीन अधिग्रहण का काम राज्य सरकार को करना है।
मंडीदीप से जुड़ेगा एक्सप्रेस-वे
बताया जा रहा है कि भोपाल-इंदौर एक्सप्रेस वे को भोपाल बायपास के साथ मंडीदीप से जोड़ा जाएगा, ताकि इकोनॉमिक कॉरिडोर बने। इस प्रोजेक्ट का पूरा पैसा भारत माला स्कीम में केंद्र सरकार देगी। लिहाजा राज्य सरकार ने जमीन अधिग्रहण के साथ एक्सप्रेस-वे के रूट को तय करने का काम शुरू कर दिया है। एक माह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट के साथ यह तय हो जाएगा कि भोपाल-इंदौर एक्सप्रेस-वे कहां-कहां से गुजरेगा।
संभावित रूट
भोपाल बायपास का दक्षिणी छोर मंडीदीप-सीहोर तरफ से भोपाल-इंदौर एक्सप्रेस हाइवे को जोड़ेगा। इसी तरह इंदौर बायपास के धार तरफ वाले पश्चिमी हिस्से के निर्माण का प्रस्ताव भी इसमें शामिल है।
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