भोपाल। पॉलिटेक्निक अतिथि व्याख्याता संघ द्वारा स्थाई वेतनमान एवं नियमितीकरण को लेकर राज्य शासन को कई आवेदन दिए लेकिन हमारी मांगो पर विचार नहीं किया जबकि उच्च शिक्षा विभाग में मांग पूरी कर हमारे साथ भेदभाव एवं अमानवीय व्यवहार कर अन्याय किया है।
संगठन के प्रदेश सचिव दिनेश कुमार सेन ने बताया कि हमारी योग्यता B.E, M.TECH होने के वाद भी हमें प्रतिकाल खंड 275 रूपये मानदेय मिलता जो कि प्रतिमाह बमुस्किल 3000 रुपये होता है। जिस कारण इस मंहगाई के दौर में हम सभी की स्थति अत्यंत दयनीय हो गई है। वर्तमान में शासन द्वारा जो व्यवस्था लागू की वह अतिशोषित और अत्याचार पूर्ण व्यवस्था है। इससे हमारा आर्थिक और मानसिक शोषण होता है। जो की एक असहनीय पीड़ा है। इस पीड़ा से मृत्यु को स्वीकार करना ही बेहतर है।
इसी क्रम आज 5-सितम्बर (शिक्षक दिवस) के दिन सभी लगभग 500 पॉलिटेक्निक अतिथि व्याख्याता भोपाल में काले कपडे पहनकर पैदल यात्रा करते हुए स्लोगन, नारेबाजी एवं हाथ में तख्ती लेकर स्थाई वेतनमान की मांग की और महामहिम राष्ट्रपति के नाम महामहिम राज्यपाल को इच्छा मृत्यु हेतु ज्ञापन दिया। जिसमे प्रदेश के सभी 67 पॉलिटेक्निक कॉलेज के अतिथी व्याख्याताओं के साथ साथ महिला अतिथि अपने बच्चे के साथ उपस्थित हुई।
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