JAMMU: पाकिस्तानी सैनिकों ने BSF के जवान को गोली मारने बाद उसका गला रेता, इस घटना से पाकिस्तानी सेनिकों की क्रूरता दिखाई देती है। सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जवान के साथ क्रूरता की घटना संभवत: पहली है और सरकार, विदेश मंत्रालय एवं सीमा अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) ने इसे गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि यह उम्मीद की जा रही है कि यह मुद्दा पाकिस्तानी समकक्षों के समक्ष भी उठाया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर से मंगलवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से गायब हुए बीएसएफ जवान नरेंद्र कुमार का शव कल (मंगलवार) शाम को ही बरामद कर लिया गया था। पाकिस्तानी सैनिकों ने नरेंद्र को गोली मारने के बाद उनका गला भी रेत दिया था। इस घटना से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है। घटना के बाद सुरक्षा बलों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तथा नियंत्रण रेखा पर हाई अलर्ट जारी कर दिया है। सीमा सुरक्षा बल ने अपने समकक्ष पाकिस्तान रेंजर्स के सामने यह मुद्दा उठाया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हेड कॉन्स्टेबल नरेंद्र कुमार के शरीर में तीन गोलियों के निशान भी मिले हैं। लापता होने के छह घंटे बाद उनका शव भारत पाक बाड़ (फेंसिंग) के आगे मिला था।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी रेंजर्स से लापता जवान का पता लगाने के लिए संयुक्त गश्त में शामिल होने को कहा गया था, लेकिन पाक रेंजर्स ने एक जगह तक आने के बाद समन्वित कार्रवाई में शामिल न हो पाने के लिए इलाके में पानी जमा होने का बहाना बना दिया था। तब बीएसएफ ने सूर्यास्त का इंतजार किया और जवान का शव चौकी तक लाने के लिए अभियान शुरू किया।
अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ के गश्ती दल को मंगलवार की सुबह मैदान में लगी सरकंडे की लंबी घास काटने के लिए बाड़ के आगे जाना पड़ा था। दल पर पहली बार सुबह 10: 40 मिनट पर गोली चलाई गई। इसके बाद नरेंद्र को पहले लापता घोषित कर दिया गया था। उनके शव का पता लगाने के लिए दिनभर भारतीय पक्ष की ओर से सीमा के दूसरी ओर फोन करने एवं संवाद का सिलसिला चलता रहा।
बीएसएफ ने हालांकि अभी इस घटना पर टिप्पणी नहीं की है, लेकिन सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बल ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अपने सभी घेरे को इसकी सूचना दे दी है और नियंत्रण रेखा पर सेना को सतर्क रहने को कहा है। एक अधिकारी ने बताया कि जवान के शरीर पर तीन गोलियों के निशान हैं और उनका गला काटा गया है। बीएसएफ और अन्य सुरक्षा बल सही समय पर जवाबी कार्रवाई करेंगे। बीएसएफ के जम्मू फ्रंटियर ने मंगलवार को इस घटना के संबंध में एक बयान जारी किया था लेकिन गला काटने जैसी जानकारी इसमें नहीं दी गई थी।