भोपाल। कुछ दिन पूर्व राजधानी में मूक-बधिर बच्चों के साथ यौन शोषण का एक और मामला सामने आया है। बैरागढ़ स्थित साईं विकलांग एवं अनाथ सेवा आश्रम के संचालक 70 वर्षीय एमपी अवस्थी पर आश्रम की दो पूर्व छात्राओं ने दुष्कर्म और चार छात्रों ने आप्रकृतिक यौन शोषण के अलावा आश्रम की पूर्व तीन छात्राओं की हत्या का आरोप लगाया है। आरोपों के बाद देर रात टीटी नगर थाने में शून्य पर मामला दर्ज कर लिया गया है। वहीं खजूरी सड़क थाने में एनके अवस्थी उनके भाई महेश अवस्थी और उनके घर में काम करने वाली एक महिला पर पास्को एक्ट के तरह एक और एफआईआए दर्ज की गई। आश्रम संचालक को बैरागढ़ पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
बैरागढ़ के साईं आश्रम के पीड़ित पूर्व छात्र व छात्राएं शुक्रवार को तुलसी नगर स्थित सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग के दफ्तर में अपने साथियों के साथ पहुंचे। उनके साथ एक दुभाषिया श्रद्धा शुक्ला और करीब 50 मूक बधिर व अनाथ छात्र भी थे। सभी ने विभाग के संचालक कृष्ण गोपाल तिवारी को अपनी पीड़ा बताई। जिस पर संचालक ने होशंगाबाद, भोपाल एसपी और सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारियों को मामले से अवगत कराया और पीड़ितों को आयुक्त नि:शक्तजन कल्याण के टीटी नगर दफ्तर जाने को कह दिया और खुद घर चले गए। लेकिन ये पीड़ित दफ्तर में ही न्याय की गुहार लगाए बैठे रहे।
शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं होती देख मूक बधिर बच्चे हंगामा करने लगे। दोपहर 3 बजे के करीब प्रदेश कांग्रेस की मीडिया विभाग अध्यक्ष शोभा ओझा वहां पहुंच गईं और जमकर हंगामा किया। इसके बाद कांग्रेस पदाधिकारी पीड़ितों को लेकर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय आ गए। पीसीसी से कांग्रेस नेता शोभा ओझा द्वारा आईजी जयदीप प्रसाद से मामले को लेकर फोन पर चर्चा की गई। एमपी अवस्थी को हिरासत में ले लिया।
तीन छात्राओं को दीवार पर सिर पटक कर मार डाला मामले की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंची मीडिया के सामने पीड़ितों ने बताया कि आश्रम संचालक ने सालों तक उनके साथ दुष्कर्म किया। मना करने पर सिर दीवार से मार देता था। शराब के नशे में इतनी मारपीट की है कि अभी भी हमारे शरीर में जख्म के निशान हैं। इसी पागलपन के चलते आश्रम संचालक पूर्व में तीन छात्राओं की दीवार पर सिर पटक कर जान ले चुका है।