भोपाल। नई दिल्ली से जबलपुर जा रही श्रीधाम एक्सप्रेस पर दो दर्जन से ज्यादा बदमाशों द्वारा पथराव कर लूटपाट करने का मामला सामने आया है। घटना बुधवार देर रात गंजबासौदा और विदिशा स्टेशन के बीच पवई स्टेशन से पहले हुई। ट्रेन में सवार चार बदमाशों ने चेन पुलिंग करके पहले ट्रेन को रोका और उनके साथियों ने वारदात को अंजाम दिया। ट्रेन पर पथराव कर यात्रियों से की गई लूटपाट के मामले में जीआरपी ने साधारण चोरी का मामला दर्ज किया है। बताया गया कि गंजबासौदा स्टेशन से श्रीधाम एक्सप्रेस के रवाना होने के 10 मिनट बाद ही बुधवार देर रात लगभग 12.15 बजे पवई स्टेशन से पहले चेन पुलिंग करके गाड़ी को रोका गया था।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बीना से गाड़ी में चढ़े चार बदमाशों ने पवई स्टेशन से पहले चेन पुलिंग की थी। गाड़ी रुकते ही चारों बदमाश गाड़ी से उतर गए। इसके बाद अन्य बदमाशों ने गाड़ी के कोच एस 2, एस 3, एस 4 और एस 5 को निशाना बनाया।
बदमाशों ने खिड़की के पास सो रहीं महिलाओं के साथ लूटपाट की। बदमाश महिलाओं के टॉप्स, चेन और पर्स छीनकर ले गए। इस दौरान यात्री ने दरवाजा खोलने की कोशिश की तो बदमाशों ने ट्रैक पर पड़े पत्थर फेंककर दरवाजा बंद करा दिया। जीआरपी भोपाल ने जीरो पर आईपीसी की धारा 380 और 356 के तहत एफआईआर दर्ज की है। जीआरपी के अफसरों का कहना है कि प्रत्येक गाड़ी में गार्ड तैनात करना संभव नहीं है।
घायल यात्री को विदिशा में उतारा : दरवाजे बंद थे इसलिए बड़ी घटना नहीं हुई। एस 2 से एस 5 कोच तक के यात्रियों ने लूटपाट की शिकायत की हैं। वहीं एक व्यक्ति को पत्थर लगने के कारण विदिशा में इलाज के लिए उतार दिया गया। -रूपेश वर्मा, टीटी, श्रीधाम एक्सप्रेस
ट्रेन पर पथराव व चोरी की शिकायत : यात्रियों ने ट्रेन पर पथराव कर सामान छीनने की शिकायत की है। अज्ञात लोगों पर चोरी का मामला दर्ज किया है। जीरो पर केस दर्ज कर डायरी विदिशा जीआरपी भेजी जा रही है। ट्रेन गार्ड उपस्थित नहीं था। - हेमंत श्रीवास्तव, थाना प्रभारी, जीआरपी, भोपाल
कोच एस-2, 3, 4 और एस 5 की उन बर्थ को निशाना बनाया, जहां महिलाएं खिड़की के पास सो रहीं थीं : मैं मुरैना से मां के साथ भोपाल आ रहा था। गंजबासौदा से गाड़ी लगभग 12.05 मिनट पर चली और अचानक 10 मिनट बाद जंगल में रुक गई। मैंने देखा एक दुबला पतला सफेद शर्ट पहना आदमी गाड़ी से नीचे उतर गया। मां नीचे वाली बर्थ पर सो रही थीं।
अचानक ही चड्डी बनियान पहने एक युवक ने खिड़की से हाथ डालकर मां के कान से सोने का झुमका उतार लिया। वह किसी दूसरे युवक के कंधे पर बैठा हुआ था। झुमका खींचने के दौरान झूमाझटकी में वो नीचे गिर गया, लेकिन झुमका ले जाने में कामयाब रहा। मैंने 182 पर कॉल किया, लेकिन पुलिस नहीं आई। गाड़ी 15 मिनट तक वहीं खड़ी रही। इस दौरान वह युवक वहीं खड़ा रहा।- राम लखन सिंह, निवासी भोपाल
मैं बीना के बाद सो गया था। गंजबासौदा के बाद गाड़ी अचानक रुक गई और लोगों के चिल्लाने की आवाज सुनकर मैं जैसे ही उठा, तो देखा कि गाड़ी पर पत्थर बरस रहे हैं। मैंने मोबाइल निकालकर टाइम देखना चाहा। इससे पहले ही किसी ने खिड़की से मेरा मोबाइल छीन लिया।
मैंने उसे पकड़ना चाहा, लेकिन उससे पहले ही वो लड़का दूसरे अधेड़ आदमी के कंधे से उतर कर भाग गया। मैंने काफी देर तक उस अधेड़ आदमी के सामने मिन्नतें करता रहा। पहले तो वो अनसुना करता रहा, लेकिन जैसे ही गाड़ी चलने को हुई। उसने दूसरे युवक से लेकर मुझे मोबाइल वापस दे दिया। -हर्षित सोनी, निवासी झांसी