नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई एवं कांग्रेस की उम्मीद प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ हरियाणा में एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा, रीयल एस्टेट कंपनी डीएलएफ, ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज को भी आरोपित किया गया है। आरोप है कि 10 साल पहले वाड्रा की कंपनी स्काई लाइट हॉस्पिटेलिटी प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा रीयल एस्टेट कंपनियों को जमीन मुहैया कराई गई और उसका लेंडयूज बदला गया। इसमें रॉबर्ट वाड्रा को 50 करोड़ का फायदा हुआ।
50 करोड़ का फायदा उठाया था रॉबर्ट वाड्रा: FIR
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, मानेसर के डीसीपी राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस को मेवात निवासी सुरिंदर शर्मा की ओर से शिकायत मिली थी। इसमें जमीन सौदे में अनियमितता के आरोप लगाए गए हैं। इससे पहले मई 2015 में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हुड्डा सरकार में गुड़गांव के चार गांवों में लैंड यूज बदलने की जांच के लिए जस्टिस एसएन ढींगरा कमीशन का गठन किया था। अप्रैल 2017 में तैयार कमीशन की रिपोर्ट में सामने आया था कि रॉबर्ट वाड्रा ने 2008 के जमीन सौदे में बगैर कोई पैसा लगाए अवैध तरीके से 50 करोड़ रुपए से ज्यादा का फायदा उठाया था।
तेल के दाम बढ़ गए, इसलिए 10 साल पुराना मामला उछाला है: रॉबर्ट वाड्रा
केस दर्ज होने पर वाड्रा ने कहा- इसमें नया क्या है? पुलिस कार्रवाई के बाद रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, "चुनावी मौसम है, तेल के दाम बढ़ गए हैं, इसलिए जनता का ध्यान अहम मुद्दों से भटकाने के लिए मेरे एक दशक पुराने मुद्दे को उछाला गया है। इसमें नया क्या है?" दूसरी ओर, भाजपा नेता जवाहर यादव ने कहा कि यह हमारी निजी लड़ाई नहीं है। भ्रष्टाचार के खिलाफ यह सामूहिक लड़ाई है। केंद्र और राज्य में भाजपा सरकार किसी भी कीमत पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करती है।
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