भोपाल। देश भर में प्रतिष्ठित हो चुकी मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनी FUTURE MAKER LIFE CARE PRIVATE LIMITED के सीएमडी राधेश्याम सुथार (RADHE SHYAM) को गुरूग्राम में गिरफ्तार कर लिया गया है। इस कंपनी के खिलाफ अब तक 4 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। देश भर में इस कंपनी से लाखों लोग जुड़े हुए थे। सभी ने इस कंपनी में इंवेस्टमेंट किया है एवं मोटे कमीशन के लालच में कंपनी को प्रामेट किया। लोगों को भरोसे में लेने के लिए इस कंपनी को फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) में भी रजिस्टर्ड करा लिया गया था। कंपनी में सिर्फ 2 डायरेक्टर दर्ज हैं। राधेश्याम के अलावा BANSI LAL भी डायरेक्ट है। 2015 से अब तक डायरेक्टर्स के नाम में कोई बदलाव नहीं हुआ।
FMLC GLOBAL MARKETING भी बना ली थी
कंपनी की जांच में लगे सीजीएसटी के अधिकारियों ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से मनी लॉण्ड्रिंग का मामला दर्ज करने की सिफारिश भी की है। जांच में यह भी सामने आया है कि फ्यूचर मेकर ने पिछले साल एक और कंपनी FMLC GLOBAL MARKETING PRIVATE LIMITED बना ली थी। इसमें कंपनी ने अपना कुछ कारोबार शिफ्ट कर दिया। पिछले साल जुलाई से लेकर अब तक कंपनी का टर्नओवर 15 सौ करोड़ रुपए से ज्यादा होने की बात सामने आई है। इसके एवज में न तो इनकम टैक्स चुकाया न जीएसटी।
टैक्स रिटर्न नहीं भरा था, इसलिए हुई थी जांच
सीजीएसटी के असिस्टेंट कमिश्नर दिनेश विश्नोई के मुताबिक कंपनी ने रिटर्न नहीं जमा किया था। हमारी टीम उसके हिसार स्थित दफ्तर पहुंची तो खुलासा हुआ कि जिन प्रोडक्ट्स की कीमत मामूली है और उनकी ब्रॉन्ड वैल्यू भी नहीं है, उसे 7500 रुपए में दिया जा रहा था। इससे मनी लॉन्ड्रिंग का खेल सामने आया। फिलहाल डायरेक्टोरेट जनरल कमर्शियल इंटेलीजेंस (डीजीसीआई) रोहतक के साथ हिसार के सीजीएसटी के अफसर भी जुटे हैं। हालांकि मामला पकड़ में आने के बाद फर्म ने टैक्स के रूप में 27 करोड़ रु. भरे भी हैं। कंपनी से अभी 7 करोड़ और वसूला जाना है। इधर, तेलंगाना पुलिस ने सेंट्रल एक्साइज डिपार्टमेंट को पूरे मामले की जानकारी दे दी है।
तेलंगाना और हरियाणा में दो-दो केस
कंपनी के सीएमडी की गिरफ्तारी व 2 राज्यों में धोखाधड़ी के मामले दर्ज होने के बाद निवेशक खुलकर सामने आने लगे हैं। अभी तक फ्यूचर मेकर के खिलाफ तेलंगाना की साइबराबाद सिटी में 2, हरियाणा के फतेहाबाद और हिसार में एक-एक एफआईआर दर्ज हुई है। फ्यूचर मेकर के अलावा इसकी तर्ज पर बनी ट्रेडमार्ट कंपनी के खिलाफ भी हरियाणा में एफआईआर दर्ज हो चुकी है। कंपनी के खिलाफ कार्रवाई का यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले मई 2018 में राजस्थान के भीलवाड़ा में भी अदालत ने कंपनी के लेनदेन पर कुछ समय के लिए रोक लगा दी थी।
फिक्की रद्द कर चुका है सदस्यता
फ्यूचर मेकर कंपनी, फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की सदस्य थी। फिक्की के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम संगठन (सीएमएसएमई) के डायरेक्टर हेमंत सेठ ने भास्कर को बताया कि फ्यूचर मेकर की सदस्यता 30 मई 2018 को ही रद्द की जा चुकी है। हमें शिकायतें मिली थी, उसके आधार पर जांच की तो दस्तावेज संतुष्टिजनक नहीं पाए गए। यह भी सामने आया कि कंपनी पिरामिड सिस्टम के आधार पर काम करती है। कंपनी से जुड़े लोग सदस्य होने का जो प्रमाण पत्र दिखा रहे हैं, वह तीन महीने पहले ही निरस्त हो चुका है।
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