इंदौर। मध्यप्रदेश के सबसे आधुनिक शहर इंदौर में आतंक की प्रयोगशाला का खुलासा हुआ है। इस प्रयोगशाला में एक ऐसा केमिकल मिला है जो करीब 50 लाख लोगों की मौत का कारण हो सकता है। इस केमिकल का उपयोग रासायनिक युद्ध के लिए किया जा सकता है। डीआरआई ने तीनों आरोपियों की औपचारिक गिरफ्तारी के बाद इन्हें एनडीपीएस मामलों के विशेष न्यायाधीश कृष्णमूर्ति मिश्र के सामने शुक्रवार को पेश किया। इनकी पहचान जॉर्ज सॉलिस (43), मोहम्मद सादिक (59) और मनु गुप्ता (45) के रूप में हुई है।
भारत में पहली बार मिला इतना खतरनाक केमिकल
राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने एक हफ्ते चले ऑपरेशन में रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर एक अवैध लैबोरेटरी का भंडाफोड़ किया है। यहां से 9 किलो सिंथेटिक ओपियोइड यानी फेंटानिल बरामद किया गया है। इस केमिकल के अंदर 4-5 मिलियन यानी कि 40-50 लाख लोगों को मारने की क्षमता है। फेंटानिल पहली बार भारत में बरामद किया गया है।
प्रयोगशाला के विदेशी कनेक्शन
इसने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बार फिर से चिंता बढ़ा दी है। यदि इस केमिकल का इस्तेमाल रासायनिक युद्ध में किया जाए तो यह बहुत बड़ी संख्या में लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है। गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक मैक्सिको का नागरिक है। बता दें कि फेंटानिल, हेरोइन से 50 गुना ज्यादा शक्तिशाली होता है और यदि इसके कणों को कोई निगल ले तो यह उसके लिए घातक साबित हो सकता है।
इस केमिकल का उपयोग दर्द निवारक दवाओं में होता है
डीआरआई के डीजी, डीपी दास ने कहा, पहली बार भारत की किसी कानून प्रर्वतन एजेंसी ने फेंटानिल को बरामद किया है। पहली बार डीआरआई इस जानलेवा ड्रग को भारत में बनाने के प्रयास को असफल करने में कामयाब हुई है। इस बरामदगी ने वैज्ञानिकों को चिंतित कर दिया है क्योंकि इस तरह के ड्रग निर्माण के लिए खास तरह की विशेषज्ञता की जरूरत होती है। इसके अलावा यह केवल अनुभवी वैज्ञानिकों और हाईएंड रिसर्च लैबोरेटरीज को ही उपलब्ध होता है। इसका नियंत्रित उपयोग एनेस्थीसिया और दर्द से राहत दिलाने वाली दवाओं में होता है।
मात्र 2 मिलीग्राम में एक व्यक्ति की मौत
यह ड्रग आसानी से फैल जाता है। त्वचा के जरिए इसे आसानी से सोखा जा सकता है या गलती से सांस के जरिए शरीर में चला जाता है। फेंटानिल की केवल 2 मिलिग्राम मात्रा किसी शख्स को मारने के लिए पर्याप्त है। पिछले हफ्ते अनुभवी वैज्ञानिकों की एक टीम को बुलाकर फेंटानिल की जब्ती की पुष्टि करवाई गई। यह मॉर्फिन से 100 गुना शक्तिशाली है।
2016 में इससे 20 हजार लोगों की मौत हो चुकी है
इस ड्रग की कीमत 110 करोड़ रुपये बताई जा रही है। आमतौर पर फेंटानिल को अमेरिका के ड्रग सिंडिकेट तस्कर करते हैं। जहां इसे बहुत ज्यादा रुपयों पर बेचा जाता है। वहां इसे दूसरी दवाओं और केमिकल के साथ मिलाकर बेचा जाता है। सूत्रों का कहना है कि अमेरिकी प्राधिकारियों के अनुसार 2016 में 20,000 से ज्यादा लोगों की मौत फेंटानिल के ओवरडोज के कारण हुई थी।
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