जबलपुर। लोकायुक्त पुलिस ने दावा किया है कि उसने छापामार कार्रवाईयों में सब इंजीनियर अब्दुल मतीन अंसारी, रमेश अग्रवाल, क्लर्क शंभू प्रसाद चौबे एवं मान चित्रकार राजेश पटेल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। बताया गया है कि यह कार्रवाई ठेकेदार पिता पुत्र की शिकायत पर की गई है। सब इंजीनियर्स अपने अधीनस्थ के माध्यम से रिश्वत वसूली कर रहे थे। सभी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किए गए हैं।
सब इंजीनियर अब्दुल मतीन अंसारी और क्लर्क शंभू प्रसाद चौबे गिरफ्तार
रांझी निवासी शासकीय ठेकेदार रामसिंह ठाकुर ने नगर परिषद भेड़ाघाट क्षेत्र में साढ़े 3 लाख के निर्माण कार्य कराए हैं। बिल पास कराने और सिक्योरिटी राशि वापस करने के लिए उपयंत्री अब्दुल मतीन अंसारी ने 60 हजार की रिश्वत मांगी। रामसिंह ने बचत कम होने का हवाला दिया, लेकिन उपयंत्री नहीं माना। परेशान ठेकेदार ने लोकायुक्त में इसकी शिकायत की। भेड़ाघाट नगर परिषद कार्यालय में मंगलवार को 3.30 बजे उपयंत्री के इशारे पर बाबू शंभू प्रसाद चौबे को 60 हजार रुपए दिए। बाबू ने यह राशि टेबल की दराज में रखी, तभी लोकायुक्त डीएसपी एचपी चौधरी के नेतृत्व में टीम ने उसे पकड़ लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह उपयंत्री अंसारी के कहने पर रिश्वत ली है।
सब इंजीनियर रमेश अग्रवाल और मानचित्रकार राजेश पटेल गिरफ्तार
इसी तरह रामसिंह के बेटे मोहनसिंह ठाकुर ने नगर परिषद भेड़ाघाट क्षेत्र में अलग-अलग 4 निर्माण कार्य किए। यह काम पूरे होने पर ठेकेदार ने बिल भी लगाए, लेकिन नगरीय प्रशासन संभागीय कार्यालय मदनमहल से निर्माण कार्य पास नहीं होने के कारण बिल पास नहीं किया गया। यहां उपयंत्री रमेश अग्रवाल ने 10 लाख के बिल पास कराने के लिए 40 हजार रुपए मांगे। बेटे ने भी लोकायुक्त में शिकायत की। यहां उपयंत्री के कहने पर मानचित्रकार राजेश पटेल रिश्वत ले रहा था। तभी लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरबड़े, इंस्पेक्टर स्वप्निल दास ने उसे पकड़ लिया।
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