मुंबई। मुंबई से जयपुर के लिए रवाना हुई जेट एयरवेज की फ्लाइट 9 डब्ल्यू 697 शायद बिना तकनीकी परीक्षण के ही टेकआॅफ कर दी गई। ऊंचाई पर पहुंचते ही आॅक्सीजन कम होने लगी और यात्रियों की नाक कान से खून निकलना शुरू हो गईं कई यात्रियों को सिरदर्द की शिकायत हुई। विमान को वापस मुंबई ले जाया गया। यहां यात्रियों का इलाज किया गया। जेट ने शुरुआती तौर पर इसे क्रू की गलती माना है और उसे ड्यूटी से हटा लिया है लेकिन एक अधिकारी का कहना है कि ऐसा तभी होता है जब विमान में तकनीकी खराबी हो।
जेट एयरवेज की फ्लाइट 9 डब्ल्यू 697 में 166 यात्री सवार थे। इसने सुबह 5:53 बजे उड़ान भरी थी। टेक आॅफ के कुछ देर बाद ही यात्रियों की तबीयब खराब होने लगी। उनकी नाक और कान में खून निकलने लगा। एयरफोर्स के एक अफसर ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया, ''जहां तक मेरी जानकारी है विमानों में एयरप्रेशर कंट्रोल ऑटोमेटिकली होता है। दरवाजा बंद करते ही यह काम करने लगता है। संबंधित विमान में हो सकता है कि यह सिस्टम ही नाकाम हो गया हो।''
उन्होंने कहा, "विमान जमीन से 10-11 किलोमीटर ऊपर उड़ते हैं। इस ऊंचाई पर हवा का दबाव बेहद कम हो जाता है। इसे विमान में कृत्रिम रूप से मशीनों से नियंत्रित किया जाता है। ऐसा न हो तो नशें फट जाती हैं, जिससे ब्लीडिंग होती है।"
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