छतरपुर। पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्रीमंडल में मध्यप्रदेश से शामिल किए गए सांसद एवं मंत्री डॉ. विरेंद्र कुमार ने अनारक्षित जातियों को भारत में 'रोहिंग्या' कहा है। एससी/एसटी एक्ट का विरोध कर रहे सपाक्स के कार्यकर्ताओं ने उनसे निवेदन किया कि 'हमारे बारे में भी कुछ सोचिए' तो उन्होंने तपाक से जवाब दिया कि 'रोहिंग्या' के बारे में क्या सोचना और हंसने लगे।
बताया जा रहा है कि यह मामला छतरपुर जिले के नौगांव का है, जहां वीरेंद्र कुमार नवोदय विद्यालय के कार्यक्रम में रविवार को शामिल होने पहुंचे थे। इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ है। कार्यक्रम के दौरान ज्ञापन देने पहुंचे सपाक्स के सदस्यों की मंत्रीजी से मुलाकात हुई। सपाक्स सदस्यों ने निवेदन किया कि मंत्री जी हमारे बारे में भी सोचिए। तभी तपाक से मंत्री ने कहा कि रोहिंग्या के बारे में क्या सोचना। इतना कहकर मंत्रीजी हंसने लगे और अपनी गाड़ी में बैठकर रवाना हो गए।
कौन हैं रोहिंग्या
म्यांमार देश में एक अनुमान के मुताबिक़ 10 लाख रोहिंग्या मुसलमान हैं। इन मुसलमानों के बारे में कहा जाता है कि उनके पूर्वज बांग्लादेश से म्यांमार आए थे। इसलिए म्यांमार की सरकार ने इन्हें नागरिकता देने से इनकार कर दिया है। म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों को मारकर भगाया जा रहा है। वो शरण मांगने के लिए पास के देशों में गए लेकिन वहां भी उन्हे शरण नहीं मिली। भारत ने भी उन्हे शरण देने से इंकार कर दिया है। अनुसूचित जातियों का एक वर्ग मानता है कि वो भारत का मूल निवासी है और दूसरी जातियां विदेशी हैं। मंत्री विरेंद्र कुमार का बयान शायद इसी दिशा में है।
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