ग्वालियर। प्रदेश में एससी-एसटी एक्ट का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। करणी सेना ने भी एससी-एसटी एक्ट के विरोध में ग्वालियर के फूलबाग मैदान पर रैली की। करणी सेना ने इस स्वाभिमान रैली में चेतावनी दी कि कोई भी नेता अगर ग्वालियर में वोट मांगने आएगा तो वे उसका मुंह काला कर उसे भगा देंगे। बता दें कि कुछ समय पहले तक करणी सेना को भाजपा का फालोअर संगठन माना जाता था।
रैली में ग्वालियर-चंबल संभाग से शामिल हुए लोगों में खासा आक्रोश देखने को मिला। करणी सेना ने सरकार के इस कानून को काला कानून बताते हुए इसे खत्म करने की मांग की। करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह ने कहा कि वह किसी जाति या वर्ग के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन जाति का मुखौटा ओढ़ कर लोग हमारी बहनों के साथ छेड़खानी करेंगे तो उसको बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार ने जो काला कानून बनाया है वह हमारे देश के लिए कहीं से भी सही नहीं है। इस एक्ट के जरिये देश की अखण्डता और एकता को छिन्न-भिन्न किया जा रहा है। महिपाल सिंह ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब वे इस एक्ट पर अध्यादेश ला सकते हैं तो राम मंदिर पर क्यों नहीं। साथ ही उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को ये सब करने के लिए नहीं बल्कि राम मंदिर के निर्माण के लिए चुना था, लेकिन वे जरूरी मुद्दों पर चुप्पी साध लेते हैं।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि आगामी दिनों में राजस्थान के चित्तौड़ में इस एक्ट के विरोध में एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा, जिसमें 15 लाख लोगों के शामिल होने का अनुमान है. इसके साथ ही उन्होंने भोपाल में भी बड़ी रैली करने की बात कही। वहीं सीएम पर हमले के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे जो कुछ करते हैं, छाती ठोकर कर करते हैं, लुक-छिप कर कोई काम नहीं करते।