रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा में हुई राहुल गांधी की चुनावी रैली ने क्या असर दिखाया और भीड़ में से कितने वोट कांग्रेस को मिलेंगे यह तो चुनाव परिणाम ही बताएंगे परंतु नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को इससे काफी राहत मिली है। उनकी राजनीति पर ग्रहण बनकर छा रहे पुष्पराज सिंह को इस रैली ने उनके रास्ते से हटा दिया। कहा जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी पुष्पराज सिंह को अजय सिंह के खिलाफ चुरहट से मैदान में उतारने वाली थी। यह अजय सिंह के लिए काफी परेशानी वाली बात थी।
मध्यप्रदेश में प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया ने 'आॅपरेशन घर वापसी' चलाया था परंतु इस आॅपरेशन के सफल होने से पहले ही उनकी मप्र के नेताओं से अनबन हो गई और बावरिया की गुजरात वापसी के समीकरण बनने लगे। कांग्रेस के 'आॅपरेशन घर वापसी' का फायदा हुआ या नहीं इसकी समीक्षा फिर कभी, फिलहाल खबर यह है कि कांग्रेस से रूठे पुष्पराज सिंह वापस लौट आए हैं। राहुल गांधी ने खुद उनका स्वागत किया। इस दौरान कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया और अजय सिंह भी मौजूद रहे।
बताते चले कि पुष्पराज सिंह, महाराजा मार्तंड के बेटे हैं और वर्तमान में सिरमौर से भाजपा विधायक दिव्यराज सिंह के पिता हैं। दिग्विजय सिंह मंत्रिमंडल में पुष्पराज मंत्री रहे हैं। 2009 का लोकसभा चुनाव उन्होंने समाजवादी पार्टी से लड़ा था। उसके बाद उन्होंने भाजपा की सदस्य़ता ग्रहण कर ली थी। पुष्पराज सिंह 2008 से कांग्रेस से नाराज चल रहे थे। 2013 में उन्होंने सेमरिया सीट से टिकट मांगा था, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें रीवा से विधानसभा टिकट देने का आश्वासन दिया था, लेकिन उसे कभी पूरा नही किया गया। इसके बाद उनकी नाराजगी और बढ़ गई थी। सुत्रों की माने तो भाजपा के टिकट से अजय सिंह के सामने चुरहट से विधानसभा चुनाव लड़ाने की तैयारी थी, लेकिन कांग्रेस ने इसके पहले ने उन्हें मनाकर वापस पार्टी में शामिल कर लिया। पुष्पराज के अचानक कांग्रेस में शामिल होने पर भाजपा की उम्मीदों पर पानी फिर गया है।
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