ग्वालियर। करणी सेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजेंद्र सिंह ने ऐलान किया है कि सीधी की सभा में सीएम शिवराज सिंह पर जो जूता फेंका गया वो किसी कांग्रेसी ने नहीं बल्कि 'माई के लाल' ने फेंका था। बता दें कि मध्यप्रदेश में आरक्षण विरोधियों ने खुद को 'माई का लाल' घोषित किया है। सीएम शिवराज सिंह ने बयान दिया था कि 'कोई माई का लाल आरक्षण खत्म नहीं कर सकता।' तभी से शिवराज सिंह का विरोध चल रहा है।
ग्वालियर की सभा में हजारों लोगों के सामने कहा
SC/ST बिल के विरोध में ग्वालियर की सभा में हजारों की तादाद में लोग मौजूद हैं। शहर में पुलिस ने सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए हैं। इसी दौरान करणी सेना के प्रवक्ता ने यह बात कही। ग्वालियर में लक्ष्मीबाई की समाधि के सामने स्थित मैदान पर SC/ST एक्ट के विरोध में बड़ा सम्मलेन आयोजित हुआ। इस दौरान कई संगठनों द्वारा सभाएं भी की गईं, जिसमें करणी सेना ने भी भाग लिया।
सीधी की सभा में फेंका गया था जूता
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान सीधी में शिवराज सिंह चौहान पर जूता फेंकने का मामला सामने आया था। सीएम के ऊपर जूता उस वक्त फेंका गया जब वे सीधी में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। हालांकि जूता सीएम शिवराज को नहीं लगा। घटना के बाद सीएम शिवराज कुछ समय के लिए चुप हो गए और उनके सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें सुरक्षा घेरे में ले लिया था।
जूते से पहले चुरहट पथराव हुआ था
इससे पहले सीधी के चुरहट में ही शिवराज की जनआशीर्वाद यात्रा के रथ पर पथराव भी किया गया था, जिसके बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर सीधा आरोप लगाया था कि ये हमला कांग्रेस ने कराया था, इसके बाद प्रदेश की राजनीति गर्मा गई थी।
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