भोपाल। मध्यप्रदेश के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है। किसी पार्टी के सबसे बड़े नेता और मुख्यमंत्री के रथ पर पत्थर मारा गया हो और उस पार्टी के दिग्गजों ने घटना की निंदा तक नहीं की। सीएम शिवराज सिंह ने पत्थर को कांग्रेसी कहा है परंतु माना जा रहा है कि यह पत्थर सामान्य वर्ग का है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि 02 सितम्बर की रात 9:30 बजे हुई घटना की 03 सितम्बर की सुबह 10 बजे तक किसी भी दिग्गज नेता ने निंदा नहीं की।
संगठन महामंत्री सुहास भगत, केंद्रीय मंत्री एवं चुनाव अभियान समिति के चेयरमैन नरेंद्र सिंह तोमर, सांसद प्रभात झा, कैलाश विजयवर्गीय, शिवराज सिंह मंत्रीमंडल के वो सभी मंत्री जो ट्वीटर पर एक्टिव रहते हैं। हाईकमान की बात करें पीएम नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, रामलाल किसी के भी ट्वीटर अकाउंट पर इस घटना को लेकर कुछ भी नहीं है।
मप्र भाजपा ने भी आधिकारिक निंदा नहीं की, किसी के चहरे पर चिंता नहीं
सबसे बड़ी बात तो यह है कि घटना के 12 घंटे बाद भी मध्यप्रदेश की भारतीय जनता पार्टी इकाई ने भी आधिकारिक निंदा जारी नहीं की। भाजपा के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशन ने अपनी फेसबुक पर शिवराज सिंह का बयान जारी किया है लेकिन यह बयान भाजपा की आधिकारिक ईमेल आईडी से सुबह 10:45 बजे तक प्रेस को जारी नहीं किया गया। 03 सितम्बर सुबह भाजपा के तमाम दिग्गज नेता जम्बूरी मैदान में एकत्रित थे। यहां उन्होंने कार्यकर्ता सम्मेलन के लिए भूमिपूजन किया। किसी के चेहरे पर आक्रोश या चिंता का भाव नहीं था। सभी हंसी खुशी मिले और फिर इस अवसर के फोटो सोशल मीडिया पर जारी किए।
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