ग्वालियर। मुरैना में एक बार फिर वही कहानी दोहराई गई जो सदियों से चली आ रही है। डकैतों ने एक गांव में जाकर ग्रामीणों के सामूहिक नरसंहार की धमकी दी और इससे बचने के लिए फिरौती की मांग की। ग्रामीणों ने चतुराई से बात करते हुए गिरोह से एक सप्ताह का समय मांग लिया और पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने ना तो एफआईआर लिखी ना ग्रामीणों को सुरक्षा दी। डकैत घोषित टाइम पर फिर गांव आ धमके लेकिन इस बार ग्रामीणों ने भी गोली का जवाब गोलियों से दिया और एक डकैत मार गिराया।
घटना मानपुर गांव की हैं, जहां पांच-छह दिन पहले करीब आधा दर्जन डकैतों ने गांव के लोगों से रुपयों की मांग की थी। ग्रामीणों के गिड़गिड़ाने पर रकम 50 हजार रुपए तय हुई जो एक सप्ताह बाद दी जानी थी। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने पहाड़गढ़ थाने में की थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद शुक्रवार रात डकैत अपने वादे के अनुसार वसूली के लिए गांव में आ गए। ग्रामीणों ने जब इसका विरोध किया तो बदमाशों ने उनके साथ मारपीट शुरु कर दी।
आमने-सामने हुई टक्कर
जब मारपीट से काम नहीं बना तो डकैतों ने फायरिंग करना शुरु कर दिया, जिसके बाद ग्रामीणों ने भी आत्मरक्षा के लिए बंदूक से फायरिंग शुरु कर दी। दोनों तरफ से हो रही फायरिंग में एक बदमाश को गोली लग गई जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। बाकी डकैत मृतक का शव छोड़कर जंगल में फरार हो गए। घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शिनाख्त की कि मारा गया व्यक्ति डकैत ही था।
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