चंडीगढ़। टॉपर बेटी के साथ गैंगरेप मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। डीजीपी बीएस संधू ने मामले में जानकारी दी है कि वारदात में मुख्य आरोपी एक सैनिक है और राजस्थान में सेवाएं दे रहा है. डीजीपी का कहना है कि हम उसके खिलाफ अरेस्ट वारंट ले रहे हैं। वहीं बाकी दो आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
दो दिन बाद भी गैंगरेप मामले में पुलिस के हाथ खाली है। पूरे देश में मामला तूल पकड़ चुका है। पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। शुक्रवार देर शाम एडीजीपी श्रीकांत जाघव ने एक एसआईटी की टीम का गठन किया है। इस टीम का नेतृत्व नूंह की पुलिस अधीक्षक नाजनीन भसीन करेंगी। वहीं डीएसपी अनिल कुमार, महेंद्रगढ़ के डीएसपी सतेंद्र, महिला इंस्पेक्टर सरोज बाला, नूंह से इंस्पेक्टर अनिल,नूंह के डीआई सोहन लाल और उषा रानी टीम के हिस्सा होंगे।
ये था मामला
दो दिन पहले कनीना बस अड्डे से लड़की का कथित तौर पर उस समय अपहरण कर लिया गया था। युवती कोचिंग सेंटर से घर लौट रही थी। राष्ट्रपति से सम्मानित टॉपर पीड़िता के पिता ने कहा कि हो सकता है उनकी बेटी से आठ-दस लोगों ने बलात्कार किया हो। लड़की के पिता ने शुक्रवार को कहा कि पीड़िता ने तीन लोगों का नाम लिया है, लेकिन उसे ऐसा लगा कि वहां आठ-दस लोग रहे होंगे। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने उसे नशीला पदार्थ खिला दिया था।
पीड़िता की मां ने रो-रो कर ये कह रही है कि सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की बात करती है, लेकिन हमारी लड़कियों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए क्या यह कीमत चुकानी पड़ेगी? आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं, लेकिन पुलिस उन्हें पकड़ने में नाकाम रही है। पीड़िता की मां ने कहा कि पुलिस कोई भी कार्रवाई करने में विफल रही है। हमें शिकायत दर्ज कराने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा।