नई दिल्ली। अब लोग घर बैठे ही अपने आधार नंबर डाल कर जमीन-प्लैट की खरीद बिक्री के दस्तावेज निकाल सकेंगे। इसके लिए उन्हें अब रजिस्ट्री ऑफिस के चक्कर नहीं लगाने होंगे। राजस्व, निबंधन व भूमि सुधार विभाग ने फरवरी 2017 से हुए सभी रजिस्ट्री के दस्तावेज को डिजिटल लॉकर (डिजी लॉकर) में अपलोड कर दिया है। डिजी लॉकर एप व डिजिटल लॉकर वेबसाइट के जरिये इसे कहीं से निकाल सकेंगे।
डिजिटल लॉकर में सुरक्षित रहेगी PROPERTY REGISTRY
झारखंड में फरवरी 2017 से जमीन-फ्लैट की खरीद-बिक्री के दौरान किसी रजिस्ट्री में आधार नंबर अनिवार्य है। ऐसे में पहले चरण में राज्य सरकार ने आधार नंबर डालकर संपत्ति की खरीद-बिक्री के दो लाख रजिस्ट्री के दस्तावेज को अपलोड किया है। डिजिटल लॉकर में न सिर्फ जमीन से जुड़े दस्तावेज ही अपलोड किये गये हैं, बल्कि आधार कार्ड से लिंक वे सारे दस्तावेज उसमें सुरक्षित रहेंगे। इसमें पैन कार्ड, ड्राइविंग लाईसेंस, बैंक एकाउंट, गैस कनेक्शन समेत अन्य दस्तावेज प्रमुख हैं। आईसीआईसीआई, कोटक महिंद्रा समेत कई बैंकों ने आधार कार्ड से लिंक अपने खाता धारकों के डॉक्यूमेंट डिजी लॉकर में सुरक्षित रखवाये हैं।
डिजिटल लॉकर के दस्तावेज को केंद्र की मंजूरी
डिजिटल लॉकर में रखे दस्तावेजों के वैधता को केंद्र की संचार व सूचना मंत्रालय ने अपनी मंजूरी दी है। कोई व्यक्ति ट्रेन में सफर कर रहे हैं और साथ में पहचान पत्र नहीं है तो वे डिजी लॉकर एप में जाकर अपने दस्तावेजों को दिखा सकते हैं। रेलवे ने इसे मान्यता दी है।
जाति व स्थानीय प्रमाणपत्र भी होंगे अपलोड
डिजिटल लॉकर में जाति व स्थानीय प्रमाणपत्र अपलोड किये जायेंगे। पायलट प्रोजेक्ट के लिए रांची का चयन किया गया है। यहां लोगों का जाति व स्थानीय प्रमाणपत्र इसमें डाला जायेगा। लोगों को बार-बार बनवाने की जरूरत नहीं होगी व जरूरत पड़ने पर आधार नंबर डालकर कहीं से निकाला जा सकेगा।
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