भोपाल। अयोध्या नगर स्थित सागर इंटरनेशनल स्कूल की बस में 3 साल की मासूम छात्रा के साथ बस कर्मचारी द्वारा किए गए यौन हिंसा के मामले में नया खुलासा हुआ है। पता चला है कि स्कूल प्रबंधन ने सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के अनुसार बसों में सीसीटीवी कैमरे तो लगवाए लेकिन वो चालू नहीं था। स्कूल प्रबंधन इसकी मॉनिटरिंग भी नहीं कर रहा था। अब प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। बता दें कि सागर ग्रुप के सीएमडी श्री संजीव अग्रवाल हैं।
स्कूल प्रबंधन मॉनिटरिंग भी नहीं कर रहा था
एसआई बलजीत सिंह के मुताबिक पुलिस ने आरोपी को पकड़कर उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। क्योंकि घटना चलती स्कूल बस में हुई थी, इसलिए उसे भी जब्त कर लिया गया है। इस बस में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार जीपीएस, पीला रंग, हेल्पलाइन नंबर और सीसीटीवी कैमरा लगा था लेकिन सीसीटीवी कैमरा बंद था। इसलिए वारदात का वीडियो हमें नहीं मिल सका है। स्कूल प्रबंधन की ओर से इसकी मॉनिटरिंग भी नहीं की जा रही थी। इस संबंध में आरटीओ को एक पत्र लिखकर स्कूल प्रबंधन को नोटिस भी भेजा जा रहा है। इसमें सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन को फॉलो न करने की जानकारी दी जा रही है।
स्कूल प्रबंधन की ओर से कोई भी मिलने नहीं आया
हमारी बच्ची के साथ हुई हरकत की घटना को दो दिन हो गए, इसके बाद भी स्कूल प्रबंधन की ओर से परिवार से मिलने कोई नहीं आया। प्रबंधन ने तो ट्रांसपोर्टेशन कांट्रेक्ट पर देने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। इस लापरवाही की पहली जिम्मेदारी तो स्कूल प्रबंधन की ही बनती है न...उन्होंने बगैर पुलिस वेरिफिकेशन करवाए एक नाबालिग को बच्चों का लाने-ले-जाने का काम करने क्यों दिया?
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