इंदौर। शहर के एमपी बोर्ड के 61 स्कूलों की मान्यता समाप्त होने के बावजूद उनका संचालन किया जा रहा है। इसके विरोध स्वरूप बुधवार को शहर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा संयुक्त संचालक का घेराव किया और ज्ञापन सौंपकर उक्त स्कूलों के खिलाफ FIR दर्ज करवाए जाने की मांग भी की है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना था कि छात्रों को भ्रमित कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
इंदौर शहर कांग्रेस के विवेक खंडेलवाल और गिरीश जोशी के नेतृत्व में शिक्षक दिवस पर बुधवार को संयुक्त संचालक जेके शर्मा का घेराव किया गया। यहां आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व मैं इंदौर सहित संभाग के 227 स्कूलों की मान्यता जिला शिक्षा अधिकारी व समिति ने जांच के बाद निरस्त कर दी थी। उसके बावजूद स्कूल संचालकों द्वारा स्कूलाें का संचालन लगातार किया जा रहा है। वहीं, स्कूल संचालकों द्वारा विद्यार्थियों को भ्रमित कर स्कूलों में प्रवेश दिए गए व निरंतर प्रवेश प्रक्रिया जारी है। इसमें से कई स्कूल ने सीबीएससी की मान्यता ले ली है।
नियम अनुसार माध्यमिक शिक्षा मंडल व सीबीएससी स्कूल एक साथ संचालित नहीं हो सकते हैं। दोनों के स्कूल संचालन के नियमों में भारी अंतर है। स्कूल संचालकों पर एफआईआर दर्ज करने, माध्यमिक शिक्षा मंडल के साथ सीबीएससी स्कूल चलनो वालों पर दंडात्मक कार्यवाही करने, सीबीएससी मंडल को तत्काल अवगत कराए जाने को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है। इस पर संयुक्त संचालक ने तत्काल जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर ऐसे स्कूलों पर कार्रवाई किए जाने को लेकर कहा है जो कि सीबीएसई के साथ एमपी बोर्ड पाठ्यक्रम भी संचालित कर रहे हैं। इस मौके पर मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के आईटी सेल के प्रदेश सचिव संजय राठौर, गट्टू यादव, किरण जिरेती, कविता कुशवाह, मोहन कसेरा, विजय बौरासी सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।