मथुरा। सरकारी मुआवजे के लालच में आरक्षित जाति की एक महिला ने देवर के साथ मिलकर अपने ही 6 वर्षीय बेटे की हत्या कर दी और इसका आरोप एक ब्राह्मण परिवार पर लगा दिया। पुलिस ने आरोपी ब्राह्मण परिवार के 5 लोगों को जेल भेज दिया। महिला को 4.5 लाख रुपए मुआवजा दे दिया गया। घटना नौहझील के गांव भैरई में 19 जुलाई को हुई थी। सामान्यत: आरोपी पक्ष कोर्ट की प्रक्रिया में उलझ जाता है परंतु इस बार ब्राह्मण परिवार ने मामले की जांच की मांग की। एसएसपी बबलू कुमार ने मामले को समझा और जांच कराई तो सारी कहानी सामने आ गई। एसएसपी ने जांच करने वाली पुलिस टीम को 10 हजार रुपये का इनाम दिया है।
पति की हत्या के बाद मिला मुआवजा
जमीन की अध बंटाई को लेकर आरक्षित परिवार और ब्राह्मण परिवार में विवाद हो गया था। इसके बाद नौहझील के गांव भैरई के सुभाष पुत्र बल्लो की अप्रैल हत्या हो गई। पुराने विवाद के कारण इस हत्या का आरोप मुकेश पंडित पर आया। मृतक की पत्नी गुड्डी देवी की तहरीर पर मुकेश पंडित को नौहझील पुलिस ने पकड़कर जेल भेज दिया। पत्नी गुड्डी देवी को पति की हत्या के बाद सरकारी सहायता के रूप में आठ लाख का मुआवजा मिला।
मुआवजे के लालच में बेटे की हत्या
तीन माह बाद जुलाई मृतक सुभाष के 6 वर्षीय बेटे प्रिंस का शव कुएं में मिला। बेटे की हत्या का आरोप मां गुड्डी देवी ने फिर से मुकेश पंडित के परिवार पर मुकदमा दर्ज कराया। मुकदमा दर्ज होते ही पुलिस ने मुकेश के परिवार के बच्चू को जेल भेज दिया। उसके बाद मां गुड्डी देवी ने बेटे की मौत पर सरकारी सहायता 4.5 लाख रुपये का लाभ ले लिया।
मुआवजे की रकम से प्यार का नया संसार बसाने की प्लानिंग थी
पुलिस का कहना है कि महिला और उसके देवर के बीच अवैध संबंध हैं। अब संदेह यह भी उत्पन्न हो गया है कि महिला के पति की हत्या इन्हीं अवैध संबंधों के चलते हुई होगी। महिला और उसके देवर ने प्लानिंग की थी कि मुआवजे की रकम लेकर कहीं दूर चले जाएंगे और एक मकान लेकर आराम से नई जिंदगी शुरू करेंगे।
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