भोपाल। खबर ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ शिवपुरी से आ रही है। विरोधी अक्सर इस शहर के लोगों को सिंधिया का गुलाम कहते हैं, यहां सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को 'महाराज' कहकर संबोधित किया जाता है और कांग्रेस के नेता उनके सामने झुककर खड़े होते हैं। इसी शिवपुरी में ज्योतिरादित्य सिंधिया रास्ता बदलकर आ रहे हैं। श्री राजपूत करणी सेना, सपाक्स एवं अनारक्षित जातियों के सामाजिक संगठनों ने ऐलान किया था कि सिंधिया को शिवपुरी में घुसने नहीं देंगे। इसके बाद अचानक सिंधिया ने रास्ता बदला।
यह था रूटचार्ट
सिंधिया 21 सितंबर की सुबह नई दिल्ली से ट्रेन से झांसी रेलवे स्टेशन पर सुबह 10:45 बजे पहुंचेंगे। झांसी से 11:15 बजे चलकर सड़क मार्ग से दोपहर 1 बजे शिवपुरी पहुंचेंगे। शिवपुरी में माधवराव सिंधिया स्वास्थ्य सेवा मिशन की ओर से आयोजित स्वास्थ्य शिविर में भाग लेंगे। इसके बाद अन्य कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
यह ऐलान किया था करणी सेना ने
करणी सेना के जिला प्रभारी मनीष सिंह, राजपूत करणी सेना के प्रदेश संयोजक अतुल प्रताप सिंह, सपाक्स सचिव हरीशंकर दुबे ने बताया है कि संसद में जब एससी-एसटी एक्ट पर अध्यादेश लाया गया था, तब सांसद सिंधिया ने चुप रहकर ये बता दिया कि उन्हें सामान्य, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक समाज के वोटों की कोई जरूरत नहीं है। इसलिए वे 21 सितंबर को सांसद सिंधिया के शिवपुरी आगमन पर अशोकनगर व गुना की तरह ही शिवपुरी में भी काले झंडे दिखाकर विरोध करेंगे। सांसद सिंधिया को शिवपुरी में घुसने भी नहीं दिया जाएगा। न ही उन्हें किसी कार्यक्रम में पहुंचने देंगे।
अब क्या रूट बना
सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के कार्यालय की ओर से बताया गया है कि वो झांसी नहीं बल्कि ग्वालियर से मोहना होते हुए शिवपुरी आ रहे हैं।
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