अगर पिछले कुछ महीनों से आपने रेल यात्रा नहीं की है तो फिर ये खबर आपके लिए बेहद अहम है। क्योंकि इस नियम के बारे में विस्तार से जाने बगैर अगर आप रेलवे स्टेशन पर पहुंच जाएंगे तो परेशानी हो सकती है।दरअसल रेलवे ने 1 मार्च 2018 से रिजर्वेशन चार्ट की सुविधा बंद कर दी है। रेलवे बोर्ड के आदेश के अनुसार 1 मार्च से रेलवे स्टेशन और ट्रेन कोचों में रिजर्वेशन चार्ट नहीं चिपकाए जा रहे हैं। रेलवे बोर्ड ने 1 मार्च को ये नियम लागू करते ही अगले 6 महीने में यानी 31 अगस्त तक सभी रेलवे स्टेशनों पर इसे लागू करने का आदेश दिया था। जिसके बाद धीरे-धीरे सभी स्टेशनों पर ये सुविधा उपलब्ध हो गई। 6 महीने पूरे होते ही 31 अगस्त से देश के सभी स्टेशनों पर रिजर्वेशन चार्ट चिपकाने की जगह डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड के जरिये यात्रियों को जानकारी दी जा रही है।
रेलवे की मानें तो इस व्यवस्था के तहत यात्रियों को कंफर्म रिजर्वेशन पता करने के लिए स्टेशन पर भागदौड़ करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एक ही जगह से सीट कंफर्मेशन की जानकारी मिलेगी। इसके अलावा बोर्ड पर वेटिंग लिस्ट और आरएसी की भी सूचना होगी। बता दें, अजमेर और नई दिल्ली जैसे बड़े रेलवे स्टेशनों पर आरक्षण चार्ट लगाने की व्यवस्था की एक मार्च से ही हटा दी गई है। और फिर 6 महीने के अंदर देश के तमाम रेलवे स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक चार्ट डिस्प्ले लगा दिया गया है।
इस कदम से कागज के इस्तेमाल को बंद करना मुख्य उद्देश्य है। पेपर के साथ-साथ मैनपावर की बचत होगी. जिससे रेलवे राजस्व में बढ़ोतरी होने की बात कही जा रही है। साथ ही इससे डिजिटलाइजेशन को भी बढ़ावा मिलेगा. यह प्रणाली हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है।
हालांकि चार्ट सुविधा हटाने के बाद अब रेल यात्रियों को ट्रेन टिकट बुक कराते समय अपना मोबाइल नंबर देना अनिवार्य कर दिया गया है। रेलवे द्वारा यात्रियों को उनकी बर्थ, कोच और ट्रेन से जुड़ीं तमाम सूचनाएं SMS के माध्यम से पहुंचाई जा रही हैं। यात्री रेलवे स्टेशनों पर लगे इलेक्ट्रॉनिक चार्ट डिस्प्ले पर रिजर्वेशन की स्थिति को जान सकते हैं। हालांकि कुछ छोटे स्टेशनों पर अभी भी इलेक्ट्रॉनिक चार्ट डिस्प्ले की सुविधा नहीं है, वहां स्टेशन पर कागज के आरक्षण चार्ट लगाए जाते हैं, लेकिन कोच के बाहर चार्ट चिपकाने की सुविधा यहां भी खत्म कर दी गई है।