उज्जैन। अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज का पहला ब्राह्मण महाकुंभ शुक्रवार को उज्जैन के दशहरा मैदान पर आयोजित हुआ। महाकुंभ में शामिल होने देशभर से लोग उज्जैन पहुंचे। इसमें राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक प्रस्ताव पारित किए गए। राजनीतिक प्रस्ताव में एससी-एसटी एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करने और आर्थिक आधार पर आरक्षण नीति तय करने की मांग की गई। वहीं प्रदेश सरकार से ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन करने, मंदिरों का सरकारी करण समाप्त करने, ब्राह्मण समाज को भी प्रतियोगी परीक्षाओं में यात्री किराए और परीक्षा शुल्क में छूट देने जैसे मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा की गई।
महाकुंभ में शामिल हाेने विभिन्न अंचलों व आसपास के जिलों से आए जत्थे एक जगह पर एकत्रित हुए और फिर रैली के रूप में दशहरा मैदान पहुंचे। महाकुंभ का शुभारंभ 21 सौ बटुकों के शांति पाठ से शुरू हुआ। समाज अध्यक्ष सुरेंद्र चतुर्वेदी के अनुसार आयोजन में बड़ी संख्या में महिलाएं और युवा भी सम्मिलत हुए।
चतुर्वेदी ने बताया कि साझा चूल्हा के नाम से एक ही जगह सपरिवार भोजन कराया गया। उनके अनुसार एक साथ भोजन करने से समाज के बीच एकता का नया सूत्रपात हुआ। संयोजक रामेश्वर दुबे और आयोजक रवि शुक्ला के अनुसार राजस्थान, उप्र, महाराष्ट्र, गुजरात और अन्य राज्यों से भी ब्राह्मण प्रतिनिधि महाकुंभ में शामिल हुए। आयोजन स्थल पर शामिल होने वाले सभी ब्राह्मणों के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई थी।
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