नई दिल्ली। परिवार परामर्श केंद्रों से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक हजारों बार यह आदेश दे चुके हैं कि लड़की को अपना जीवन साथी चुनने का पूरा अधिकार है। वो स्वतंत्र है किसी भी जाति या सम्प्रदाय में अपने जीवन साथी का चुनाव करे परंतु जातिवादी और साम्प्रदायिक पंचायतों ने इस आजादी पर पाबंदी लगा रखी है। बिहार के जोगिया मारण गांव में एक लड़की को पेड़ से बांधक 5 घंटे तक इसलिए पीटा गया क्योंकि उसने दूसरे सम्प्रदाय के युवक से लवमैरिज कर ली थी।
घटना नवादा के रजौली थाना क्षेत्र के जोगिया मारण गांव की है। मोहम्मद फरीद अंसारी की 18 वर्षीय बेटी को एक युवक रुपेश कुमार से प्यार हो गया। दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन लड़की के परिवार वाले इसके लिए राजी नहीं थे। इसी बीच 30 सितंबर को लड़की अपने परिवार को बिना बताए अपने प्रेमी के घर चली गई और उसी के साथ रहने लगी। काफी खोजबीन के बाद लड़की के परिवार वालों को जब इसकी जानकारी मिली तो आनन-फानन में उन्होंने प्रेमी के गांव पर जाकर लड़की को जबरन वापस लेकर आए।
पंचायत ने सुनाया तालिबानी फरमान
लड़की के वापस आने के बाद गांव में पंचायत बुलाई गई जिसने लड़की को पेड़ से बांधकर पीटने का तुगलकी फरमान सुना दिया। पंचायत के फरमान के बाद लड़की की मां और भाई ने उसे जबरन एक पेड़ से बांध दिया और उसकी जमकर पिटाई की। इसके बाद 5 घंटे तक बेसहारा लड़की पेड़ से बंधी रही और गांव वाले तमाशबीन बनकर देखते रहे।
पुलिस ने चेतावनी देकर छोड़ दिया
घटना की जानकारी जब पुलिस को मिली तो उसने लड़की के गांव जाकर उसका बयान लिया और परिवार वालों को ऐसी घटना दोबारा नहीं करने की चेतावनी दी। इस मामले में पुलिस लड़की के प्रेमी रुपेश कुमार की भी तलाश कर रही है जो फरार बताया जा रहा है।